बैकफुट पर ऑक्टा, कार्य बहिष्कार के निर्णय को वापस लिया Prayagraj News
ईसीसी के अर्थशास्त्र विभाग में हुई बैठक में ऑक्टा महासचिव डॉ. उमेश प्रताप सिंह ने प्रो. हांगलू के चार वर्षों के कार्यकाल में महाविद्यालयों में कराए गए कार्यों के लिए आभार जताया।
प्रयागराज,जेएनएन । इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के कुलपति पद से प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के इस्तीफे के बाद इविवि संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ (ऑक्टा) की ओर से महाविद्यालयों में कार्य बहिष्कार का फैसला वापस ले लिया। ऑक्टा ने शनिवार को कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया।
कुलपति के इस्तीफा देने से थे नाराज
दरअसल, प्रो. हांगलू ने एक जनवरी को पद से इस्तीफा दे दिया था। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस्तीफा मंजूर करते हुए राष्ट्रपति के पास फाइल भेज दी थी। इस पर ऑक्टा ने राष्ट्रपति से प्रो. हांगलू के इस्तीफे को नामंजूर करने की मांग करते हुए सभी संघटक महाविद्यालयों में कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी। इससे पठन-पाठन का माहौल बिगडऩे लगा। मामले की शिकायत इविवि छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह ने मंत्रालय के अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से कर दी। इसी बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी प्रो. हांगलू के इस्तीफे को मंजूर करते हुए उन्हें पदमुक्त कर दिया। ऐसे में ऑक्टा बैकफुट पर आ गई और कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को बुला ली।
इस्तीफा स्वीकार करने के निर्णय को बताया गलत
यूइंग क्रिश्चियन महाविद्यालय (ईसीसी) के अर्थशास्त्र विभाग में हुई बैठक में ऑक्टा महासचिव डॉ. उमेश प्रताप सिंह ने प्रो. हांगलू के चार वर्षों के कार्यकाल में महाविद्यालयों में कराए गए कार्यों के लिए आभार जताया। सभी सदस्यों ने इस्तीफा स्वीकार करने को दु:खद बताते हुए निर्णय स्वीकार किया। इस दौरान ऑक्टा अध्यक्ष डॉ. एसपी सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. रेखा रानी, पूर्व अध्यक्ष डॉ. राम प्रकाश सिंह, डॉ. नरेंद्र बाजपेई, डॉ. केएन सिंह, डॉ. रणधीर सिंह, डॉ. कैलाश नाथ सिंह, डॉ. रामपाल गंगवार, डॉ. विवेक कुमार निगम, डॉ. धीरज चौधरी, डॉ. संघसेन सिंह, डॉ. इभा सिरोठिया, डॉ. थॉमस अब्राहम, डॉ. अमित पांडेय, डॉ. अर्चना पाल, डॉ. एरम फरीद उस्मानी आदि उपस्थित रहे।