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रैगिंग के खौफ से इलाहाबाद विश्वविद्यालय हॉस्टलों में नहीं पहुंचे नवप्रवेशी Prayagraj News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्‍टलों में रैगिंग का मामला जब से उठा है हॉस्‍टल के छात्रों में दहशत है। हालांकि रैगिंग के आरोपित छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 05:28 PM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 05:28 PM (IST)
रैगिंग के खौफ से इलाहाबाद विश्वविद्यालय हॉस्टलों में नहीं पहुंचे नवप्रवेशी Prayagraj News
रैगिंग के खौफ से इलाहाबाद विश्वविद्यालय हॉस्टलों में नहीं पहुंचे नवप्रवेशी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर सुंदर लाल छात्रावास और चैथम लाइन स्थित शताब्दी ब्वॉयज में रैगिंग का खौफ अभी भी नवप्रवेशियों के दिलों में नजर आ रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक वह हॉस्टलों में नहीं पहुंचे।

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एसएसएल छात्रावास में रैगिंग का मामला सामने आया, छात्रों को मिली थी नोटिस

नौ अगस्त की देर रात सर सुंदर लाल छात्रावास में सीनियर छात्रों ने जूनियर से रैगिंग की। इस मामले में चीफ प्रॉक्टर की ओर से सात छात्रों को नोटिस जारी कर मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद 12 अगस्त को शताब्दी ब्वॉयज हॉस्टल में रैगिंग का मामला प्रकाश में आया। इस प्रकरण में चार छात्रों को नोटिस जारी किया गया। मामला मानव संसाधन विकास मंत्रालय में गूंजा तो हरकत में आए इविवि प्रशासन ने फौरन कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू की अध्यक्षता में नए सिरे से एंटी रैगिंग कमेटी का गठन कर बैठक भी बुला ली। अब एंटी रैगिंग कमेटी आरोपितों के खिलाफ निर्णय लेगी। वहीं, आज भी रैगिंग का खौफ नवप्रवेशियों में इस कदर है कि वह रक्षाबंधन के पांच दिन बाद भी हॉस्टलों में नहीं पहुंचे। हॉस्टलों में कम ही छात्र पहुंच रहे हैं।

बोले इविवि के चीफ प्रॉक्टर

हालांकि, इस मामले में इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे का कहना है कि द्वितीय परीक्षा की वजह से कक्षाएं स्थगित की गई हैं। ऐसे में अभी छात्र हॉस्टलों में नहीं पहुंचे होंगे। कक्षाएं शुरू होते ही सभी छात्रों के आने की उम्मीद है।


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