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Allahabad Central University : बिना अनुमति के हॉस्‍टलों में रहने वाले छात्राें से वसूला जाएगा पांच गुना जुर्माना

कुलपति ने गत गुरुवार को नॉर्थ हॉल में चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार और डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह के अलावा सभी हॉस्टलों के वार्डेन और अधीक्षकों के साथ बैठक की थी। बैठक में यह मसला उठा कि जब हॉस्टल बंद हैं तो अंतेवासियों को प्रवेश कैसे मिल रहा है।

By Brijesh Kumar SrivastavaEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 03:44 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 03:44 PM (IST)
Allahabad Central University : बिना अनुमति के हॉस्‍टलों में रहने वाले छात्राें से वसूला जाएगा पांच गुना जुर्माना
अब तैयारी तो यह भी चल रही है कि पुलिस प्रशासन की मदद से हॉस्टलों को खाली कराया जाएगा।

प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के हॉस्टलों में रहने वाले अंतेवासियों से अब इविवि प्रशासन पांच गुना जुर्माना वसूलेगा। यह जुर्माना एक नवंबर से प्रभावी किया गया है। हॉस्टलों में नोटिस भी चस्पा कर दी गई है। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अब तैयारी तो यह भी चल रही है कि पुलिस प्रशासन की मदद से हॉस्टलों को खाली कराया जाएगा। वहीं, इविवि प्रशासन के इस फैसले से छात्र-छात्राओं में काफी नाराजगी है।

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बैठक में उठा मसला, हॉस्‍टल बंद तो कैसे घुसे अंतेवासी

कुलपति ने गत गुरुवार को नॉर्थ हॉल में चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार और डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह के अलावा सभी हॉस्टलों के वार्डेन और अधीक्षकों के साथ बैठक की थी। बैठक में यह मसला उठा कि जब हॉस्टल बंद हैं तो अंतेवासियों को प्रवेश कैसे मिल रहा है। इस दौरान उन्होंने अधीक्षकों और वार्डेन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे छात्रों को चिह्नित किया जाए। बैठक से दो दिन पूर्व उन्होंने सभी हॉस्टलों में कुल कमरों की संख्या और अवैध तरीके से रहने वाले कमरों के बारे में जानकारी तलब की थी। साथ ही यह भी जानकारी जुटाई कि वह कमरे किसे आवंटित हैं। हॉस्टलों ने इसका डेटा तैयार कर डीएसडब्ल्यू को उपलब्ध भी करा दिया था। अब रजिस्ट्रार ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि बिना अनुमति हॉस्टलों में प्रवेश करने वालों से पांच गुना जुर्माना वसूला जाएगा। यह जुर्माना एक नवंबर से प्रभावी माना जाएगा। यदि कोरोना वायरस संक्रमण फैलता है तो हॉस्टल के वार्डेन और अधीक्षक को देखभाल करना होगा। इस फैसले से छात्रों में काफी नाराजगी है। इविवि की जनसंपर्क अधिकारी डॉ. जया कपूर का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हॉस्टलों में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा था। इसके बावजूद छात्र जबरन रह रहे हैं। ऐसे में अब उन पर जुर्माना लगाया गया है।


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