नशे से लेकर जेल के बाहर बात करने तक का था सारा इंतजाम Prayagraj News
नैनी सेंट्रल जेल में रविवार को डीएम व एसएसपी के छापे में कई प्रतिबंधित सामान मिले थे। इससे यह स्पष्ट है कि जेल में नशा से लेकर बाहर बात करने तक का पूरा प्रबंध था।
प्रयागराज, जेएनएन। नैनी सेंट्रल जेल में बंद अपराधियों और दूसरे बंदियों को नशा करने से लेकर करीबियों से बातचीत करने का भी इंतजाम था। रविवार की सुबह नैनी जेल में हुई छापेमारी के दौरान तलाशी में मिले लाइटर, चिलम, मोबाइल और पान मसाला जैसी प्रतिबंधित वस्तुएं कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं।
छापेमारी ने कड़ाई से जांच के दावे की भी पोल खोल दी है
इस कार्रवाई ने बंदियों से लेकर उनके मिलने वालों तक की कड़ाई से जांच करने के दावे की भी पोल खोल दी है। बड़ी मात्रा में मिले लाइटर से सिगरेट और बीड़ी जलाई जाती थी। चिलम में मादक पदार्थ भरकर पिया जाता था। शातिर अपराधी मोबाइल से बातचीत कर जरायम की दुकान का हाल खबर रखते थे। सलाखों के पीछे कैद बंदियों के बैरक में प्रतिबंधित सामान कैसे पहुंचे, यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। कई पुलिस अधिकारी इसके लिए जेल प्रशासन की लचर व्यवस्था और कुछ कर्मचारियों की लापरवाही मान रहे हैं।
मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है : वरिष्ठ जेल अधीक्षक
फिलहाल पुलिस-प्रशासन द्वारा तलाशी अभियान से बरामद हुए सामान ने बंदियों की 'मौज' को अब लगभग खत्म कर दिया है। वहीं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक एचबी सिंह का कहना है कि पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। शासन से निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई होगी।
सर्किल चार से मिले मोबाइल
तलाशी के दौरान इंस्पेक्टर कर्नलगंज को सर्किल नंबर चार से चार मोबाइल मिले। इसमें तीन मोबाइल जियो कंपनी के और एक सैमसंग का था। वहीं, एक मोबाइल सर्किल नंबर एक से बरामद हुआ। पुलिस अधिकारी उस वक्त हैरत में पड़ गए, जब देखा कि बंदी मोबाइल को धागे में बांधकर छिपा देते थे। दो मोबाइल लावारिस हालत में मिले थे। पुलिस का कहना है कि सबसे ज्यादा प्रतिबंधित वस्तु सर्किल एक व पांच में मिली थी।
आंख मलते जेल पहुंचे अफसर
शाम को जेल के बैरक बंद होने के बाद अधिकांश अफसर अपने आवास पर चले जाते हैं। रविवार अल सुबह जब छापेमारी की खबर मिली तो जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर समेत अन्य अधिकारी आंख मलते हुए जेल पहुंचे। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में फोर्स देख जेल अधिकारी भी हैरत में पड़ गए। फिलहाल इस कार्रवाई के बाद अब हाई सिक्योरिटी समेत अन्य बैरकों में कड़ी नजर रखने का दावा किया जा रहा है।