Good News in Lockdown, सभी प्रवासी कामगारों को मनरेगा से मिलेगा काम Prayagraj News
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में मनरेगा उपायुक्त कपिल कुमार शामिल हुए। लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक हुए इस फोन-इन आयोजन में मनरेगा से संबंधित ढेरों सवाल पूछे गए।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के कारण हर ओर लॉकडाउन है। ऐसे में काम-धंधा भी ठप होने के कारण हजारों की संख्या में प्रवासी कामगारों का अपनी मातृभूमि पर वापस लौटना जारी है। उनके मन में यह सवाल भी जरूर आ रहा है कि अब वह बेरोजगार हो गए हैं तो अपने परिवार का खर्च कैसे चलेगा? हालांकि इस समस्या के प्रति प्रवासी कामगारों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्हें मनरेगा के तहत काम मिलेगा। जी हां यही तो मनरेगा के उपायुक्त ने कहा है। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत सभी को काम मिलेगा, जो करना चाहते हैैं। चाहे प्रवासी श्रमिक हों अथवा गांव में रहने वाले मजदूर।
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में मनरेगा उपायुक्त हुए शामिल
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में मनरेगा उपायुक्त कपिल कुमार शामिल हुए। लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक हुए इस फोन-इन आयोजन में मनरेगा से संबंधित ढेरों सवाल पूछे गए। कैसे काम मिलेगा, भुगतान कैसे होगा, जॉब कार्ड कैसे बनेगा, पुराने हो चुके जॉब कार्ड से काम मिल सकता है, जैसे तमाम सवाल पूछे गए। मनरेगा उपायुक्त ने सभी लोगों की जिज्ञासाओं से संबंधित सवालों का यथोचित समाधान भी किया। हम आपके सामने कुछ सवाल और जवाब पेश कर रहे हैं।
सवाल : मनरेगा के तहत कौन-कौन से काम हैैं, कैसे काम मिलेगा?
जवाब : मनरेगा के तहत गांवों में बहुत से कार्य हैैं। अकुशल श्रमिकों के लिए ही कार्य हैैं। इसके लिए रोजगार सेवक और ग्राम पंचायत अधिकारी अथवा ग्राम विकास अधिकारी से मिलना होगा।
सवाल : प्रवासी मजदूरों के पास जॉब कार्ड नहीं है, नया जॉब कार्ड कैसे बनेगा?
जवाब : प्रवासी मजदूरों की पहले स्वास्थ्य जांच होगी, फिर उन्हें 21 दिन तक होम क्वारंटाइन होना है। इसके बाद ही उनका जॉब कार्ड बनेगा। उन्हें आवश्यक रूप से काम मिलेगा। रोजगार सेवक ही जॉब कार्ड बनाएंगे।
सवाल : महिलाओं का जॉब कार्ड कैसे बनेगा और मनरेगा के तहत उन्हें कैसे काम मिलेगा?
जवाब : एक महिला है तो अलग से जॉब कार्ड बनेगा और परिवार के किसी सदस्य का जॉब कार्ड पहले से बना है तो उसमें ही पंजीयन हो जाएगा। इसके लिए भी रोजगार सेवक से मिलना होगा।
सवाल : कोटे की दुकान से खाद्यान्न कैसे मिलेगा, क्या करना होगा?
जवाब : देखिए, जो सक्रिय जॉब कार्डधारक हैैं उन्हें राशन मिल सकेगा। मतलब, जो काम कर रहे हैैं। जो कई वर्ष से काम नहीं कर रहे हैैं और भले ही जॉब कार्ड है तो उन्हें नहीं मिलेगा।
सवाल : गांव में मनरेगा से कोई काम नहीं हो रहा है, कैसे काम मिलेगा? काम मिल गया तो भुगतान कैसे होगा?
जवाब : जिस गांव में काम नहीं हो रहा है, वहां जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और श्रमिकों को काम दिलाया जाएगा। मस्टर रोल के हिसाब से सात दिन में भुगतान होगा। काम के लिए कोई श्रेणी नहीं है।
खास बातें
- 6.5 करोड़ रुपये का अब तक मनरेगा के तहत हो चुका है भुगतान
- 95 लाख रुपये का भुगतान इसी हफ्ते श्रमिकों को किया जाएगा
- 09 हजार जॉब कार्ड एक हफ्ते में बना दिए गए, ज्यादातर प्रवासी हैैं
- 50 हजार के करीब जल्द ही जॉब कार्ड और बनाए जाने हैैं
- 02 लाख 10 हजार के करीब हैैं जिले में सक्रिय जॉब कार्ड धारक।
मनरेगा के तहत ये काम होंगे
तालाब खोदाई, सिंचाई नाली निर्माण, चकमार्ग मरम्मत, मेड़बंदी, पौधरोपण के लिए गड्ढा खोदाई, प्रधानमंत्री आवास, भूमि सुधार प्रोजेक्ट, जानवरों के लिए शेड आदि।
नहीं हो सकेगा फर्जीवाड़ा
अब मनरेगा श्रमिकों की उपस्थिति में फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। मनरेगा उपायुक्त ने बताया कि एप के माध्यम से अटेंडेंस होगी। मरस्टर रोल ऑनलाइन खोलकर उसमें ही श्रमिकों की हाजिरी लगेगी। यही नहीं रोज सुबह 10 बजे तथा शाम चार बजे श्रमिकों की फोटो भी अपलोड करना है। इससे पहले की तरह फर्जी हाजिरी लगाकर मजदूरी निकाल लेने का अब फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा।
इन्होंने पूछे सवाल
राजेंद्र कुमार (हंडिया), मनीष पांडेय (मांडा), नीतू मिश्रा (बेनीगंज), अजय कुमार मिश्रा (सैदाबाद), विनय प्रकाश यादव (हनुमानगंज), सुरेश चौरसिया (सोरांव), नीरेंद्र सिंह (मवैया, चाका), सूबेदार कुमार (घूरपुर), आरएस वर्मा (सिविल लाइंस), राकेश भारतीया (फूलपुर), जयशंकर यादव (पनासा, करछना), वीरेंद्र सिंह (बहरिया), अंजली (साउथ मलाका), हरीश कुमार गुप्ता (कनेहटी, फूलपुर), नरेश चंद्र निषाद (झूंसी), साधना (एसआरएन हास्पिटल कॉलोनी), राजेश सिंह (होलागढृ), प्रेम नारायण (प्रतापपुर), विजय तिवारी (छापर, कोरांव), प्रेम कुमार (हथिगनी, करमा), रणजीत सिंह (प्रतापपुर), राजेश वैश्य (शंकरगढ़), बाबुल कोल (कोरांव), नरेंद्र पटेल (मेजा), धर्मेंद्र कुमार मौर्य (कौडि़हार), रेखा पटेल (करछना), सुरेश यादव (मेजा), कमलाकांत (जसरा)।
प्रश्न पहर में एलडीएम से आज पूछ सकते हैं सवाल
लॉकडाउन में जनधन योजना के तहत लाभाॢथयों को 500 रुपये हर महीने दिए जा रहे हैं। बैंक शाखाओं के साथ ग्राहक सेवा केंद्रों के जरिए भी भुगतान हो रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड भी बन रहा है। किसानों को लोन, ट्रैक्टर लोन, कोविद-19 स्पेशल स्कीम के तहत व्यापारियों और उद्यमियों को भी लोन दिया जा रहा है। इसके अलावा स्वरोजगार के लिए कई योजनाओं के तहत लोन दिए जा रहे हैं। इन योजनाओं से संबंधित शुक्रवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में जिला अग्रणी प्रबंधक (एलडीएम) ओएन सिंह से दोपहर 12 से एक बजे के बीच पूछे जा सकते हैं। लोग उनसे मोबाइल नंबर 9839752155 पर सवाल पूछ सकते हैं। सवालों के जवाब अगले अंक में प्रकाशित होंगे।