एटीएम काटकर चोरी : आलम शेख गैंग पर शक, झारखंड जाएगी पुलिस
एटीएम काटकर चोरी मामले में पुलिस को आलम शेख गैंग पर शक है। तलाश में पुलिस झारखंड जाएगी।
प्रयागराज : यूनियन बैंक की एटीएम काटकर 16.61 लाख रुपये उड़ाने के मामले में आलम शेख गैंग पर शक गहरा गया है। पुलिस को झारखंड के कुख्यात एटीएम कटर आलम शेख के बारे में सुराग मिला है। जल्द ही चोरों की तलाश में प्रयागराज की पुलिस झारखंड जाएगी। मदद के लिए झारखंड पुलिस से भी संपर्क किया गया है।
तीन दिन पहले झारखंड के साहिबगंज जिले की पुलिस ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) की एटीएम काटकर पांच लाख रुपये चोरी के मामले में रफीक शेख उर्फ रफीकुल को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान रफीक ने बताया कि वह अपने साथी साबिर शेख, पप्पू समेत कई अन्य के साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रुका था। गाजियाबाद और कानपुर जिले में एटीएम काटकर चोरी की घटना के बाद उसे गिरफ्तारी का डर हो गया था। इस कारण वह वापस साहिबगंज भाग आया था।
साहिबगंज जिले के राधानगर और राजमहल थाना क्षेत्र में रहने वाले शातिर चोर विभिन्न राज्यों में वारदात कर रहे हैं। चोरों की तलाश में जुटी पुलिस को यह भी पता चला है कि एटीएम कटर गिरोह का मास्टर माइंड आलम शेख है, जो पहले हसन चिकना गैंग के साथ रहता था। हसन चिकना गिरोह के सदस्य पहले बैंक के लॉकर काटकर चोरी करते थे, लेकिन सोना व चांदी छिपाने की झंझट से बचने के लिए अब एटीएम को निशाना बना रहे हैं। फिलहाल पुलिस गिरोह से जुड़े सदस्यों की तलाश शहर और आसपास के जिलों में भी कर रही है। खासतौर मददगारों को बारे में सुराग लगाया जा रहा है ताकि असली चोरों का पता चल सके।
ट्रैक्टर चालक ने कहा खुला था शटर :
मम्फोर्डगंज के निगम चौराहे पर स्थित एटीएम के सामने ही बुधवार की रात नगर निगम के कर्मचारी कूड़ा उठा रहे थे। घटना के बाद पुलिस ने ठेकेदार असलम, ट्रैक्टर चालक समेत अन्य लोगों से पूछताछ की। चालक ने पुलिस को बताया कि जिस वक्त वह कूड़ा उठवा रहा था, उस वक्त एटीएम का शटर खुला था। रात करीब साढ़े 12 बजे के बाद कूड़ा उठाने वाले चले गए थे, जिसके बाद घटना हुई।
तीन दुकानदारों को उठाया, पूछताछ :
शक के आधार पर पुलिस ने तीन ऐसे दुकानदारों को उठा लिया है, जो गैस सिलिंडर बेचने और सिलिंडर में गैस भरने का काम करते हैं। फाफामऊ, राजापुर और दारागंज थाना क्षेत्र में रहने वाले इन दुकानदारों से पूछताछ चल रही है। हालांकि अभी तक कोई खास सुराग नहीं मिल सका है। सीओ आलोक मिश्रा ने बताया कि अब तक की जांच में साफ हुआ है कि मम्फोर्डगंज से सिलेंडर नहीं खरीदा गया था।
सर्विलांस पर लगाए गए 15 नंबर :
चोरों की तलाश में जुटी पुलिस को करीब 15 संदिग्ध मोबाइल नंबर मिले हैं। इसमें तीन नंबर जिले के बाहर के हैं। इन सभी को अब सर्विलांस पर लगाकर ट्रेस किया जा रहा है। इन नंबरों से भी जानकारी न मिलने पर मोबाइल टॉवर को डंप किया जाएगा, ताकि सभी संदिग्ध नंबर के बारे में पता लगाया जा सके। सर्विलांस टीम कर्मचारियों के नंबरों की भी जांच कर रही है।
कस्टोडियन से चल रही पूछताछ :
एटीएम में पैसा डालने वाली कंपनी सिक्योर वैल्यू इंडिया लिमिटेड के कस्टोडियन अजीत और बृजेश से पूछताछ चल रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि दूसरा कस्टोडियन सूरज अचानक छुट्टी पर क्यों गया था। अवकाश के दौरान उसकी किससे-किससे बात हुई थी और वह कौन लोग हैं। इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। एजीएस कंपनी के कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच चल रही है।
गार्ड नहीं पर लगा दिया ताला :
घटना के दूसरे दिन भी यूनियन बैंक की एटीएम के बगल वाले एटीएम पर गार्ड मौजूद नहीं था, लेकिन उसमें ताला जरूर लगा दिया गया है। वहीं, कुछ दूर पर स्थित एसबीआइ की एटीएम के बाहर शुक्रवार दोपहर एक होमगार्ड चहलकदमी करते हुए दिखा। आसपास के सीसीटीवी फुटेज से भी अब तक खास सुराग नहीं मिला है।
घटना के बारे में कुछ सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर टीम काम कर रही है। जल्द ही बिहार और झारखंड के लिए एक टीम भेजी जाएगी।
-नितिन तिवारी, एसएसपी