कुंभ के लचर काम से अखाड़ा परिषद नाराज
कुंभ के लिए कराए जा रहे कार्य से अखाड़ा परिषद नाराज है। महंतों का कहना है कि कोई कार्य समय से पूरा नहीं हो पाएगा। बैठक में फर्जी बाबाओं की सूची को जमीन न आवंटित किए जाने की मांग उठी।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : गड्ढायुक्त सड़कें, अस्त-व्यस्त पटरी। न सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा हुआ, न पेशवाई मार्ग से अतिक्रमण हटा। बारह माधव मंदिरों की दशा सुधारने का काम भी नहीं शुरू हुआ। इस पर अखाड़ों में नाराजगी है। गुरुवार को मठ बाघंबरी गद्दी में हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में 13 अखाड़ों के पदाधिकारियों ने कुंभ को लेकर प्रशासनिक तैयारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अक्टूबर माह के अंत तक सारा काम पूरा कराने का अल्टीमेटम दिया है।
अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कहा कि कुंभ के मद्देनजर शहर में महात्माओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। लेकिन सड़क, सीवर, रोड पटरी, निर्माण व बिजली पोल लगाने का काम पूरा नहीं हुआ। महंत रामसेवक गिरि ने कहा कि अखाड़ा परिषद द्वारा जारी फर्जी बाबाओं की सूची में जिसका नाम है उन्हें मेला क्षेत्र में जमीन व सुविधा किसी भी सूरत में न मिलने पाए। महंत शिवानंद ने पेशवाई मार्ग का अतिक्रमण अतिशीघ्र हटाने की मांग की। महंत कृष्ण दास ने अखाड़ों के आश्रमों का निर्माण सुस्त होने पर नाराजगी व्यक्त की। अध्यक्षता कर रहे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कौशांबी, श्रृंगवेरपुर मार्ग को हाइवे से न जोड़ने पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि उम्मीद है कि प्रशासन अपने वादे के अनुरूप सारा काम तय समय पर गुणवत्ता पूर्ण कराएगा।
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मांगे एक करोड़ रुपये
महंत आशीष गिरि ने कहा कि अखाड़ों के स्थायी निर्माण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक करोड़ रुपये दिए थे। साथ ही आश्वस्त किया था कि जरूरत पड़ने पर एक करोड़ रुपये और दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वादे के अनुरूप मुख्यमंत्री एक-एक करोड़ रुपये हर अखाड़े को पुन: दें जिससे स्थायी काम शीघ्र पूरा हो सके।
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योगी सत्यम का आश्रम गिराने की मांग
-अखाड़ा परिषद में प्रस्ताव पारित करके झूंसी स्थित योगी सत्यम के क्रियायोग अनुसंधान संस्थान के अंदर संकटहर माधव के होने की बात कही। महंत प्रेम गिरि ने कहा कि योगी सत्यम के पास जितनी जमीन की रजिस्ट्री है उसे छोड़कर कब्जे वाले स्थान को खाली कराने के लिए उनका आश्रम गिराने की मांग की। वहीं योगी सत्यम ने कहा कि उन्होंने किसी की जमीन कब्जा नहीं की। न उनके आश्रम के अंदर कोई माधव का मंदिर है। उन्होंने महामंडलेश्वर बनने के लिए डेढ करोड़ रुपये नहीं दिए, जिसके चलते अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
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आज प्रशासन के साथ बैठक
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के साथ शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक होगी। मंडलायुक्त कार्यालय पर सुबह दस बजे बैठक होगी।