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एडीजी के फार्मूले पर अमल हुआ तो पैदल हो जाएंगे अधिकतर थानेदार Prayagraj News

प्रयागराज में आठ थानेदार शिकायतों पर हटाए गए हैं। वहीं कई अब भी चार्ज पर हैं जिनकी शिकायतें हैं। कौशांबी और प्रतापगढ़ में भ्रष्टाचार की शिकायत पर कई नप सकते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 10:40 AM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 06:21 PM (IST)
एडीजी के फार्मूले पर अमल हुआ तो पैदल हो जाएंगे अधिकतर थानेदार Prayagraj News
एडीजी के फार्मूले पर अमल हुआ तो पैदल हो जाएंगे अधिकतर थानेदार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। एडीजी जोन सुजीत पांडेय के भ्रष्टाचार रहित थानेदारों के फार्मूले पर यदि गंभीरता से काम हुआ तो प्रयागराज जिले में एक दर्जन से ज्यादा थाना प्रभारियों को पैदल करना पड़ जाएगा। परिक्षेत्र की बात करें तो इस लिहाज से आधे से ज्यादा थानेदार अनफिट माने जाएंगे। सच तो यह है कि जिले के पुलिस मुखिया भले नहीं मानें लेकिन अधिकतर थानेदारों से जनता नाखुश और परेशान है।

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छह लोगों की हत्या के बाद तत्कालीन एसएसपी निलंबित हुए थे

प्रयागराज पुलिस दो महीने पहले अचानक सुर्खियों में आ गई थी जब 19 अगस्त को कुछ ही घंटे के भीतर छह लोगों की हत्या के बाद तत्कालीन एसएसपी अतुल शर्मा को हटाकर निलंबित कर दिया गया था। शासन को भ्रष्टाचार की भी शिकायत मिली थी। यहां तैनात इमानदार छवि के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज और एडीजी सुजीत पांडेय ने दागी पुलिस कर्मियों की सफाई का काम शुरू कर दिया।

पुलिस अधीक्षकों की बैठक में एडीजी ने अपनी मंशा जताई थी

एडीजी ने पिछले दिनों जोन के पुलिस अधीक्षकों की बैठक में कहा था कि भ्रष्ट आचरण और वारदातों के राजफाश में नाकाम थानेदारों को जल्द हटाया जाए। लापरवाही बरतने वाले एसपी के खिलाफ शासन को रिपोर्ट दी जाएगी। पुलिस विभाग में चर्चा रही कि इस निर्देश पर अमल हुआ तो प्रयागराज में ही एक दर्जन से ज्यादा थाना प्रभारियों को फौरन हटाना पड़ेगा। यहां अभी आठ थानों में स्थायी प्रभारी की तैनाती नहीं है। खुल्दाबाद, जार्जटाउन, शिवकुटी से मऊआइमा भेजे गए उमेश सिंह, घूरपुर, झूंसी, नैनी, नवाबगंज, थरवई, करछना, सोरांव पुलिस की भी शिकायत अफसरों के पास पहुंच रही है। खुल्दाबाद के अटाला में अवैध रूप से पशु काटने और गोश्त बिक्री में पुलिस मिलीभगत की कई शिकायत डीआइजी तक पहुंची है। जांच के आदेश होते हैं पर कुछ होता नहीं है।

कौशांबी और प्रतापगढ़ से रोज हो रही शिकायतें

कौशांबी में तो हाल यह है कि एक नेता के दखल से तैनाती पाने वाले थानेदार इस कदर बेलगाम हैं कि अपने अधिकारियों की भी नहीं सुनते। वहीं प्रतापगढ़ से रोज कई लोग एडीजी और डीआइजी के पास थानेदारों की शिकायत करने पहुंचते हैं। अब देखना यह है कि प्रयागराज समेत इन जिलों के एसपी ऐसे थानेदारों पर रहम करते हैं या फिर उन्हें हटाते हैं। एडीजी सुजीत पांडेय ने कहा है कि वह अगले हफ्ते भर में निर्देश के पालन की अपेक्षा करते हैं।


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