मौनी अमावस्या पर जल, थल व नभ से की गई चौकसी Prayagraj News
कंट्रोल रूम से मेले पर पैनी नजर रखी गई। घाटों पर एटीएस के कमांडो ने भी गश्त की। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन कैमरों के साथ ही तगड़ी सुरक्षा रही।
प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेले के मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर घाटों समेत प्रमुख स्थानों पर कमांडों मुस्तैद रही तो नावों पर जल से और ड्रोन कैमरों के जरिए आकाश से भी चौकसी बरती गई। शांति व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, घाटों पर सुचारू व्यवस्था के लिए आला अधिकारी दिन भर मेले में सक्रिय रहे। अफसर पुलिस व प्रशासनिक कर्मचारियों को उनकी ड्यूटी बताकर जिम्मेदारी पूर्वक काम करने के निर्देश देते रहे।
12-12 घंटे की तैनाती के दौरान अपने प्वाइंट पर डटे रहे
एडीजी जोन प्रेम प्रकाश, कमिश्नर आशीष गोयल, आइजी रेंज केपी सिंह ने डीएम भानु चंद्र गोस्वामी, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसपी मेला आशुतोष मिश्र, मेला अधिकारी रजनीश मिश्र, माघ मेले में तैनात एएसपी, सीओ, थानेदारों के साथ गंगोत्री सभागार में बैठक के दौरान कहा गया था कि मौनी अमावस्या को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरे मन और सेवा भाव से कार्य करना होगा। अधिकारियों ने सभी को उनके ड्यूटी प्वाइंट के बारे में बताया था। 12-12 घंटे की तैनाती के दौरान कोई अपने प्वाइंट से तब तक नहीं हटा, जब उनकी जगह ड्यूटी करने वाले कर्मचारी नहीं आया।
श्रद्धालु की पुलिस कर्मियों ने की सहायता
मौनी स्नान के लिए देश भर से श्रद्धालु प्रयागराज आए। उनमें बुजुर्ग और ग्रामीणों की संख्या भी काफी रही, जिन्हें रास्ता जानने के अलावा घाटों पर भी सहायता की जरूरत पड़ी। पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी करने के साथ ही सहायता करते रहे।
मेला एक नजर
35 सौ से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती
13 थाने और 38 पुलिस चौकियां मेले में
2000 बीघा में फैला है माघ मेला क्षेत्र
13 फायर स्टेशन हैं अग्नि सुरक्षा के लिए
174 कैमरों से पूरे माघ मेला में निगरानी
45 पीआरवी व डायल 112 भी सक्रिय
ड्रोन व सीसीटीवी कैमरे से अफसरों मेले का जायजा लिया
एडीजी जोन और कमिश्नर समेत अन्य अफसरों ने स्नान घाटों का जायजा भी लिया। घाट पर भीड़ बढऩे पर लागू की जाने वाली स्कीम की जानकारी ली। अफसरों ने ड्रोन के अलावा 174 सीसी कैमरों के जरिए कंट्रोल रूम से भी मेले पर नजर रखी। मेले में गुरुवार रात से ही सुरक्षा बलों को मुस्तैद और चौकस कर दिया गया था।
लखनऊ मार्ग पर रही वन-वे ट्रैफिक
लखनऊ-प्रयागराज मार्ग पर गुरुवार शाम छह बजे से वन वे ट्रैफिक कर दिया गया। इस मार्ग पर शहर से वाहनों को जाने तो दिया जा रहा था लेकिन आने वाले वाहनों को जगह-जगह से डायवर्ट किया जाता रहा। स्नानार्थियों के वाहनों को सोरांव के पास बने पार्किग स्टैैंड पर रोका जाने लगा था। जबकि शहर आने वाले बाकी वाहनों को कोखराज बाइपास की ओर भेजा गया।