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बिजली और पानी संकट रोकने को लगाई गई अतिरिक्त टीमें

विद्युत विभाग के पूरे स्टॉफ के दो दिवसीय कार्य बहिष्कार के दौरान फॉल्ट दूर करने को अतिरिक्त टीमें लगाई गई हैं। आंदोलन में अफसर से लेकर कर्मचारी तक शामिल हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 09:47 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:09 AM (IST)
बिजली और पानी संकट रोकने को लगाई गई अतिरिक्त टीमें
बिजली और पानी संकट रोकने को लगाई गई अतिरिक्त टीमें

जासं, प्रयागराज : विद्युत विभाग के पूरे स्टॉफ के दो दिवसीय कार्य बहिष्कार के दौरान फॉल्ट दूर करने के लिए शहर में संविदा कर्मियों की आठ टीमें लगाई गई हैं। हालांकि, उच्चाधिकारियों का मानना है कि बड़ा फॉल्ट हुआ तो दिक्कत हो सकती है। ऐसे में शहर के लोगों को कम से कम अतिरिक्त पानी की व्यवस्था पहले से कर लें। इससे उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा।

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ईपीएफ घोटाले के विरोध में सोमवार और मंगलवार को बिजली विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे। इसमें अधिशासी अभियंता संघ, सहायक अभियंता संघ, अवर अभियंता संघ, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, संयुक्त कर्मचारी मोर्चा, विद्युत कर्मचारी संगठन, बिजली मजदूर संगठन, विद्युत तकनीकी सहायक यूनियन, विद्युत लेखाकार संगठन, प्रमोटेड पावर इंजीनियर संघ, मजदूर पेंशनर्स कल्याण संघ भी शामिल है। यह कार्य बहिष्कार सोमवार सुबह नौ बजे से बुधवार सुबह नौ बजे तक का होगा। इस दौरान सभी संगठनों के लोग न तो काम करेंगे और न दफ्तर जाएंगे। फील्ड के काम भी नहीं होंगे। कार्यालयों का ताला नहीं खुलेगा। सभी संगठनों के पदाधिकारी व कर्मचारी मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन करेंगे। अभियंता संघ के जिलाध्यक्ष अविनाश पटेल, जिला सचिव विजय कुमार तिवारी, अवर अभियंता संगठन के अजित पटेल व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने कार्य बहिष्कार को सफल बनाने के लिए रविवार को भी बैठकें की।

बिजली कर्मियों और अफसरों के इस आंदोलन के दौरान विद्युत आपूर्ति को प्रभावित नहीं किया जाएगा, लेकिन यदि फॉल्ट होता है तो उसे दुरुस्त करने में दिक्कत हो सकती है। हालांकि, मुख्य अभियंता ओपी यादव का कहना है कि फॉल्ट दूर करने के लिए संविदा कर्मियों की टीम लगाई गई है लेकिन बड़ा फॉल्ट होने पर आपूर्ति बहाल करने में समस्या हो सकती है। प्रभावित होगा राजस्व, लक्ष्य पूरा करना मुश्किल

विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के आंदोलन के चलते महकमे का राजस्व प्रभावित होगा। सोमवार और मंगलवार को कैश काउंटर भी नहीं खुलेगा। इसके अलावा बिल की वसूली के लिए अभियान भी नहीं चलेगा। इसके कारण विभाग को राजस्व की क्षति होगी। इस माह के लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल होगा। पुलिस की निगरानी में होंगे विद्युत उपकेंद्र

आंदोलन के दौरान विद्युत उपकेंद्रों की पुलिस निगरानी करेगी। इसके लिए हर थानेदार को निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा आपूर्ति प्रभावित होने पर कहीं कोई हंगामा न हो, इस पर पुलिस को नजर रखने को निर्देश दिए गए हैं। एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया ने बताया कि विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता हुई है। फॉल्ट दूर कराने के लिए इमरजेंसी टीमें रात और दिन में रहेंगी।


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