Move to Jagran APP

यूपी के सभी जिलों में गंगा व सहायक नदियों के तट पर बनेंगे आदर्श घाट, नदी स्‍वच्‍छता अभियान

गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने बताया कि प्रयागराज में छतनाग घाट को आदर्श बनाने की तैयारी है। यहां पालीथिन का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। संगठन के कार्यकर्ता अपने स्तर से स्वच्छता अभियान चलाएंगे। प्रशिक्षित गंगाजीवी घाट पर आने वालों की निगरानी करेंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 08:36 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 08:36 AM (IST)
यूपी के सभी जिलों में गंगा व सहायक नदियों के तट पर बनेंगे आदर्श घाट, नदी स्‍वच्‍छता अभियान
गंगा नदी के प्रयागराज में छतनाग घाट को आदर्श बनाने की तैयारी है।

प्रयागराज, [अमलेंदु त्रिपाठी]। गंगा समग्र संगठन नदियों को स्वच्छ बनाने के अभियान में तेजी लाने की कवायद कर रहा है। इसके लिए आम जन को अभियान से अधिक से अधिक जोडऩे का संकल्प लिया गया है। बदलाव दिखाने और लोगों को प्रेरित करने के लिए सभी जिलों में गंगा व सहायक नदियों के तट पर एक एक आदर्श घाट बनाने की तैयारी है। फिलहाल यह योजना उत्तर प्रदेश के लिए है।

loksabha election banner

गंगा समग्र संगठन के लोग प्रशिक्षण भी देंगे

गंगा समग्र संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने स्तर पर घाटों का चयन करेंगे और वहां की स्वच्छता के लिए रूपरेखा भी निर्धारित करेंगे। लोग उसके अनुसार व्यवहार करें इसके लिए घाट पर रहने वाले गंगाजीवी अर्थात तीर्थ पुरोहित, नाविक, माली आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा।

प्रयागराज के छतनाग घाट को आदर्श घाट बनाया जाएगा

गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने बताया कि प्रयागराज में छतनाग घाट को आदर्श बनाने की तैयारी है। यहां पालीथिन का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। संगठन के कार्यकर्ता अपने स्तर से स्वच्छता अभियान चलाएंगे। प्रशिक्षित गंगाजीवी घाट पर आने वालों की निगरानी करेंगे साथ ही यदि किसी का आचरण ठीक नहीं होगा तो उसे टोकेंगे। प्रतिदिन शाम को आरती भी की जाएगी जिससे लोगों की आस्था को भी जगाया जा सके। इसी तरह सई और गोमती के किनारे बसे शहरों में भी आदर्श घाट के लिए संगठन के कार्यकर्ता प्रयास करेंगे।

प्रतिमा विसर्जन के लिए बनेंगे कुंड

गंगा समग्र के प्रांत संगठन मंत्री अम्बरीश ने बताया कि घाट पर आने वाले लोग नदी में प्रतिमा विसर्जन न करें, इसके लिए कुछ दूर पर जल कुंड बनाए जाएंगे। उसमें गंगाजल भी डाला जाएगा। इस कुंड के बनने से नदियों में किसी भी तरह की गंदगी को डालने से रोकने में मदद मिलेगी। घाट के आसपास के इलाके में पौधारोपण अभियान चलाकर हरियाली बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.