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पहाड़ी पर बना रहे थे असलहा, दो बदमाश गिरफ्तार Prayagraj News

यमुनापार के घूरपुर में भीटा पहाड़ी पर असलहा बनाने की फैक्ट्री संचालित हो रही थी। पुलिस ने छापेमारी कर उसे पकड़ा। वहीं दो लोगों को हिरासत में लिया।

By Edited By: Published: Sun, 11 Aug 2019 01:25 AM (IST)Updated: Sun, 11 Aug 2019 08:03 AM (IST)
पहाड़ी पर बना रहे थे असलहा, दो बदमाश गिरफ्तार Prayagraj News
पहाड़ी पर बना रहे थे असलहा, दो बदमाश गिरफ्तार Prayagraj News
प्रयागराज, जेएनएन। यमुनापार के घूरपुर में भीटा पहाड़ी पर चल रही असलहा फैक्ट्री का पुलिस राजफाश किया। पुलिस ने घेराबंदी कर दो आरोपितों को दबोचा। वहीं मौके से चार पिस्टल, 10 तमंचा और भारी मात्रा में लोहे की पाइप, समेत असलहा बनाने के उपकरण बरामद किए।

खाईं में प्लास्टिक की तिरपाल डालकर फैक्ट्री हो रही थी संचालित
एसएसपी अतुल शर्मा और एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि घूरपुर में भीटा पहाड़ी पर अवैध असलहा फैक्ट्री चल रही है। इस सूचना पर एसओ घूरपुर वृंदावन राय और स्वाट के एसआइ राकेश राय, एसआइ दीनानाथ यादव, सिपाही राजीव तिवारी, राम निवास यादव ने भीटा पहाड़ी पर घेराबंदी की। पहाड़ी के पास खाईं में प्लास्टिक की तिरपाल डालकर फैक्ट्री संचालित की जा रही थी।

बम, तमंचे और असलहा बनाने का उपकरण बरामद
अचानक पुलिस को देखकर वहां मौजूद बदमाश भागने लगे। पुलिस ने चंद्रबली पासी निवासी खाई, थाना करछना और संत लाल विश्वकर्मा निवासी पुरैनी, थाना करछना को दौड़ाकर दबोच लिया। मौके से चार देशी पिस्टल 32 बोर, आठ देशी तमंचा 315 बोर, दो देशी तमंचा 12 बोर और भारी मात्रा में असलहा बनाने के उपकरण और अ‌र्द्धनिर्मित असलहे बरामद हुए हैं।

आरोपितों को भेजा गया जेल
पकड़े गए चंद्रबली पासी और संत लाल विश्वकर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। चंद्रबली के खिलाफ करछना थाने गुंडा एक्ट समेत कुछ मुकदमें दर्ज हैं। जबकि संतलाल के खिलाफ करछना थाने में दुष्कर्म, डकैती, समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

अवैध शराब का धंधा छोड़ा तो बनाने लगा असलहा 
करछना के खाई गांव का चंद्रबली पहले अवैध शराब का धंधा करता था। उसके खिलाफ करछना थाने में दो मुकदमे दर्ज हैं। जब वह अवैध शराब बनाने के नाम पर बदनाम हो गया तो पुलिस को चकमा देने के लिए शराब का धंधा छोड़कर असलहे बनाकर बेचने लगा।

पिस्टल 30 व तमंचा तीन हजार में बेचते थे 
स्वॉट पूछताछ में पकड़े गए शातिरों ने बताया कि वह पिस्टल नहीं बनाते हैं। हालांकि ग्राहकों की डिमांड पर बिहार के मुंगेर से पिस्टल मंगाकर ग्राहकों को 30 हजार रुपये में बेचते थे। जबकि तमंचा खुद बनाते थे और तीन से पांच हजार रुपये बेचते थे। लगभग पांच से छह महीने से यहां पर असलहा बना रहे थे।

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