Action on Mafia : अतीक अहमद के बिजनेस पार्टनर समेत तीन करीबियों के अवैध मकानों को पीडीए के बुलडोजरों ने ढहाया
सफेदपोश अपराधियों और उनके गिरोह के सदस्यों पर सख्ती की जा रही है। जेल में बंद माफिया अतीक अहमद और उनके खास लोगों के अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा रहे हैं। रविवार को भी पीडीए ने अतीक के करीबी मुस्लिम मोहम्मद अब्बास और आबिद प्रधान के अवैध निर्माण को तोड़ा।
प्रयागराज, जेएनएन। जनपद में माफिया के खिलाफ शिकंजा कसने का अभियान जारी है। खासतौर पर सफेदपोश अपराधियों और उनके गिरोह के सदस्यों पर सख्ती की जा रही है। जेल में बंद माफिया अतीक अहमद और उनके खास लोगों के अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा रहे हैं। माफिया अतीक अहमद के तीन और करीबियों के मकान रविवार को जमींदोज किए गए। धूमनगंज क्षेत्र के मरियाडीह और बमरौली में तीनों के अवैध मकानों पर पीडीए ने कार्रवाई की। जमीन समेत ढहाई गई संपत्तियों की अनुमानित कीमत 24 से 25 करोड़ रुपये आंकी गई।
आबिद प्रधान का भी एक और मकान ढहाया गया
पीडीए की टीम दिन में करीब साढ़े 12 बजे भारी पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अफसरों के साथ मरियाडीह गांव पहुंची। टीम ने अतीक के करीबी आबिद प्रधान के दो मंजिला मकान को खाली कराने के बाद उसे गिरवाने के लिए बुल्डोजर (रॉक ब्रेकर जेसीबी) लगवाई। करीब दो घंटे में मकान जमींदोज कर दिया गया। मकान करीब छह सौ वर्गगज प्लाट एरिया में बना था, जिसकी अनुमानित लागत चार से पांच करोड़ रुपये आंकी गई। वहां कार्रवाई करने के बाद टीम फोर्स के साथ बमरौली पहुंची। बमरौली पुलिस चौकी के पहले माफिया के बिजनेस पार्टनर मो. मुस्लिम और आबिद के रिश्तेदार अकबर द्वारा संयुक्त रूप से बनवाए गए दो मंजिला अवैध निर्माण को ढहाया गया। कार्रवाई करीब साढ़े चार बजे (कुल चार) घंटे चली। मकान करीब ढाई हजार वर्गगज प्लाट एरिया में बना था। लेकिन, ज्यादातर हिस्सा खुला था। इसकी अनुमानित लागत 18 से 20 करोड़ रुपये आंकी गई। अवैध निर्माणों को ढहाने में छह बुल्डोजर लगे थे। आबिद का एक मकान पहले भी ढहाया जा चुका है।
जमीन के स्वामित्व की होगी जांच
मो. मुस्लिम और अकबर द्वारा ग्राम सभा की जमीन कब्जा करके मकान बनवाए जाने की भी बात सामने आई। पीडीए के विशेष कार्याधिकारी सत शुक्ला का कहना है कि जमीन के स्वामित्व की जांच होगी। सरकारी जमीन होगी तो जब्त की जाएगी। निजी भूमि होने पर उसे कुर्क करने के लिए डीएम को संस्तुति की जाएगी। कार्रवाई में एसडीएम सदर अजय नारायण सिंह, जोनल अधिकारी आलोक कुमार पांडेय, सीओ सत्येंद्र तिवारी, कई थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी बल शामिल था।