Action on Mafia : कई और हिस्ट्रीशीटर के ढहाए जाएंगे अवैध मकान Prayagraj News
Action on Mafia प्रयागराज के एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि माफिया गैंगस्टर और शातिर अपराधियों की अवैध अचल संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाकर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। ताकि कोई फिर से अपराध के जरिए इस तरह का निर्माण न कर सके।
प्रयागराज, जेएनएन। माफिया अतीक अहमद, दिलीप मिश्रा, बच्चा पासी, राजेश यादव के बाद अब अन्य शातिर अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा। जिले के कई ऐसे हिस्ट्रीशीटर हैं, जिन्होंने अपराध के जरिए करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति बनाई है। अपनी रसूख का फायदा उठाकर अवैध मकान व दूसरे निर्माण कराए हैं, जिन्हें ढहाने की तैयारी चल रही है। पुलिस, प्रशासन और प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की टीम ऐसे हिस्ट्रीशीटर की संपत्तियों को चिह्नित कर रही है।
अवैध अचल संपत्ति के बारे में जानकारी जुटा रही पुलिस
अधिकारियों के मुताबिक सिविल लाइंस, करेली, धूमनगंज, कैंट, नैनी और झूंसी समेत कई थाने की पुलिस कुख्यात अपराधियों की अचल संपत्ति की जानकारी जुटा रही है। अभी तक की छानबीन में पता चला है कि बमरौली, पोंगहट पुल, झलवा, पीपलगांव, बक्शीमोढ़ा, गौस नगर, सिविल लाइंस में कई अपराधियों ने अपने मकान व व्यावसायिक इमारत बनवाई है। निर्माण के दौरान पीडीए से मानचित्र भी नहीं स्वीकृत कराए गए हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी हिस्ट्रीशीटर हैं, जिन्होंने अपने घरवालों के नाम पर जमीन खरीदकर आलीशान बिल्डिंग बनवाई है। झूंसी और नैनी के भी कुछ शातिर अपराधियों ने नियमों को दरकिनार कर अवैध निर्माण करवाए हैं। इसी आधार पर अब उनकी अचल संपत्ति के बारे में पता लगाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
बोले, एसएसपी
एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि माफिया, गैंगस्टर और शातिर अपराधियों की अवैध अचल संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाकर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि कोई फिर से अपराध के जरिए इस तरह का निर्माण न कर सके।
स्टेट लैंड, नजूल और पार्क की जमीन पर कब्जा
पुलिस का कहना है कि तफ्तीश में यह बात भी सामने आई है कि गंगा के कछार, ससुर खदेरी नदी के आसपास सरकारी जमीन पर और पॉश इलाके में नजूल की भूमि व पार्क पर अवैध ढंग से कब्जा करके निर्माण कराया गया है। ऐसे अपराधियों की अचल संपत्ति की जांच पीडीए और राजस्व विभाग की टीम कर रही है। अपराध की लंबी सूची वाले बदमाशों के स्रोत के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।