Action on Mafia: आप भी जानें, प्रयागराज में माफिया के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अर्द्ध शतक के करीब पहुंची
Action on Mafia प्रयागराज में माफिया और हिस्ट्रीशीटरों के आलीशान मकानों गेस्ट हाउस लॉज कार्मिशयल निर्माणों और कोल्ड स्टोरेज को जमींदोज करके करोड़ों की आर्थिक चोट पहुंचाई जा रही है। पीडीए की ओर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अन्य अपराधियों के अवैध निर्माणों के खिलाफ भी की गई।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी की योगी आदित्यनाथ की शासन के निर्देश पर माफिया और हिस्ट्रीशीटरों के अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए), जिला और पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है। प्राधिकरण माफिया और हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अद्ध शतक के करीब पहुंच रही है। रविवार को 47 वीं ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।
पीडीए ने पहली कार्रवाई माफिया अतीक के रिश्तेदार के निर्माण पर की थी
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने माफिया और हिस्ट्रीशीटरों के अवैध निर्माणों के खिलाफ पांच सितंबर 2020 को अभियान शुरू किया गया था। पहली कार्रवाई माफिया अतीक अहमद साढ़ू हिस्ट्रीशीटर फरार अपराधी इमरान जई के कानपुर रोड पर पानी की टंकी चौराहा के समीप अवैध होटल और कार्यालय को ढहाकर की गई थी। इसके बाद माफिया और हिस्ट्रीशीटर प्राधिकरण अफसरों के एकदम टारगेट पर ही आ गए।
अन्य अपराधियों के खिलाफ भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
इनके आलीशान मकानों, गेस्ट हाउस, लॉज, कार्मिशयल निर्माणों और कोल्ड स्टोरेज को जमींदोज करके करोड़ों की आर्थिक चोट पहुंचायी जा रही है। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अन्य अपराधियों के अवैध निर्माणों के खिलाफ भी की गई। हालांकि सबसे ज्यादा मकान, गेस्ट हाउस और कार्मिशयल निर्माण पूर्व सांसद अतीक अहमद, उनके करीबियों और रिश्तेदारों के खिलाफ की गई। 47 में करीब 30 अवैध निर्माण अतीक, इनके करीबियों और रिश्तेदारों के ढहाए गए हैं।
अपराधियों को करीब 16 से 17 सौ करोड़ की आर्थिक चोट
इसके अलावा बेली गांव में राशिद, कम्मों, जाबिर, नैनी में दिलीप मिश्रा, हवेलिया झूंसी में राजेश यादव, रम्मन का पुरवा में निहाल कुमार उर्फ बच्चा पासी, कंहईपुर में राम लोचन यादव, अल्लापुर में विधायक विजय मिश्रा, अरैल नैनी में प्रदीप और बच्चा महरा, छतनाग झूंसी में अशोक यादव, झूंसी में छोट्टन व बबलू गिरि, गणेश यादव के मकानों को नक्शा पास न होने के कारण ढहाया गया। करीब 16 से 17 सौ करोड़ की आर्थिक चोट अपराधियों को पहुंचाने जाने की बात प्राधिकरण अफसरों द्वारा कही जा रही है।