मांडा में तिहरा हत्याकांड : नैनी से मीरजापुर तक छापेमारी, सुराग की तलाश में भटक रही पुलिस Prayagraj News
खोजी कुत्ता घर से मीरजापुर हाईवे तक जाकर रुक गया था। ऐसे में पुलिस को अंदेशा है कि कातिल किसी गाड़ी से वहां तक आए थे। घटना का तरीका घुमंतू अपराधियों की तरह था।
प्रयागराज, जेएनएन। मांडा थाना क्षेत्र के आंधी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस नैनी से लेकर मीरजापुर तक डेरों में छानबीन कर रही है। आसपास के इलाके के कई अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। फिलहाल कोई नतीजा नहीं निकल सका।
दंपती व उनकी पुत्री की गला रेतकर हत्या हुई थी
मांडा के आंधी गांव में रहने वाले 50 और 45 वर्षीय पति-पत्नी और उनकी 16 साल की बेटी की बुधवार की रात सोते वक्त धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। किशोरी के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। इससे आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ दुष्कर्म भी हुआ हो, हालांकि पोस्टमार्टम में इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। दूसरी ओर से खोजी कुत्ता घर से मीरजापुर हाईवे तक जाकर रुक गया था। ऐसे में पुलिस और क्राइम ब्रांच को अंदेशा है कि कातिल किसी गाड़ी से वहां तक आए थे। घटना का तरीका घुमंतू अपराधियों की तरह होने की वजह से पुलिस ने मीरजापुर तक कई डेरों पर जाकर बंजारों से पूछताछ कर रही है। चेक किया गया कि कोई ऐसा डेरा तो नहीं जिसे घटना वाले दिन उठाकर लोग चले गए हों। इलाके के कई अपराधियों की भी गतिविधियां चेक कीं।
टीम लगातार सुराग की तलाश में जुटी हैं
किशोरी से मिलने-जुलने वाले युवकों के बारे में पता चला है, जिनकी हरकतों के बारे में पुलिस पता कर रही है। तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई मगर उनसे कोई जानकारी नहीं मिल सकी। पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल भी खंगाल रही है। एसपी यमुनापार दीपेंद्र नाथ चौधरी के मुताबिक तीन टीम लगातार सुराग की तलाश में जुटी हैं।
बहू के मायके वालों से पूछताछ
पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दंपती की छोटी बहू के मायके मेजा में देवहट गांव से लोगों को थाने बुलाकर पूछताछ की। दरअसल छोटी बहू घटना के दो रोज पहले सास से झगड़े के बाद यह धमकी देकर मायके चली गई थी कि वह सभी को कटवा देगी। फिर एक तरह से काटकर ही हत्या होने से उस पर शक गहराया। हालांकि पुलिस कह रही है कि पूछताछ में कुछ पता नहीं चला है।
मोबाइल नहीं गायब
घटना के बाद चर्चा रही कि किशोरी का मोबाइल फोन भी अपराधी लूट ले गए हैं। इसके सहारे पुलिस कातिलों तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी। मगर मोबाइल का लोकेशन पहले घटनास्थल और फिर पोस्टमार्टम हाउस बताने लगा। पोस्टमार्टम हाउस में महिला के कपड़े में उसकी बेटी का मोबाइल फोन मिल गया। इस तरह से सर्विलांस से बदमाशों तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया।