सराय ममरेज में राजगीर को जिंदा जलाया, मौत, चचेरे भाई समेत तीन गिरफ्तार Prayagraj News
इंस्पेक्टर सराय ममरेज दीपेंद्र सिंह ने बताया कि रामधनी की पहली पत्नी भी मड़हा में आग लगने के कारण जलकर मर गई थी। उसके बाद उसने दूसरी शादी की थी। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। सराय ममरेज थाना क्षेत्र के छतौना गांव में 50 वर्षीय राजगीर रामधनी को जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इलाज के दौरान रामधनी की स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके बेटे दुर्गेश की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने चचेरे भाई राम शिरोमणि व राजा और लवकुश को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के पीछे प्रेम संबंध को लेकर विवाद की बात सामने आई है।
एसआरएन अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
रामधनी अपने मकान के बाहर चारपाई पर मच्छरदानी लगा सो रहा था। इसी बीच मच्छरदानी में संदिग्ध दशा में आग लग गई। आग की चपेट में आने से रामधनी गंभीर रूप से झुलस गया। चीख-पुकार सुन परिजन व आसपास के लोग पहुंच गए। थोड़ी देर बाद पुलिस भी पहुंच गई और झुलसे व्यक्ति को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बाद परिजनों ने पुराने विवाद में पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर ही रही थी कि शाम को रामधनी की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को दबोच लिया।
बोले इंस्पेक्टर सराय ममरेज
इंस्पेक्टर सराय ममरेज दीपेंद्र सिंह ने बताया कि रामधनी की पहली पत्नी भी मड़हा में आग लगने के कारण जलकर मर गई थी। उसके बाद उसने दूसरी शादी की थी। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
एसएसपी ने कहा-पुलिस कई पहलू पर कर रही जांच
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का कहना है कि रामधनी के छोटे बेटे आशीष और एक अभियुक्त की बेटी के बीच प्रेम संबंध था। दोनों शादीशुदा हैं। करीब 15 दिन पहले आशीष लड़की के ससुराल पहुंच गया था। इसको लेकर उनके बीच झगड़ा हुआ था, लेकिन थाने पर किसी ने शिकायत नहीं दी थी। मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ा दी गई है। घटना में किसी अपने का भी हाथ तो नहीं, इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है।