विधायक की बेटी के बाद सुर्खियों में प्रयागराज की दीक्षा, वीडियो जारी कर परिवार पर लगाया गंभीर आरोप
लड़की की तलाश में उप्र पुलिस के साथ आए भोपाल आए परिजनों ने शनिवार को युवक के घर हंगामा किया। इससे युवक की मां की तबीयत बिगड़ गई।
प्रयागराज/ भोपाल, जेएनएन। बरेली के भाजपा विधायक की बेटी साक्षी का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि प्रयागराज के पूर्व उप महापौर की पोती दीक्षा अग्रवाल की कहानी सुर्खियों में आ गई। दीक्षा ने गैर बिरादरी के ऋतुराज सिंह से घरवालों की मर्जी के बगैर शादी कर ली। दीक्षा के लापता होने पर घरवालों ने सिविल लाइंस थाने में भोपाल के ऋतुराज और उसके घरवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
दीक्षा ने शादी के बाद एक वीडियो जारी कर घरवालों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। हालांकि दीक्षा के दादा पूर्व महापौर मुरारी लाल अग्रवाल का कहना है कि हम बेटी से मिलने गए भोपाल गए थे लेकिन ऋतुराज के घरवालों ने भगा दिया। किसी को धमकी नहीं दी गई है। परिवार वाले बेटी को खुश रहने का आशीर्वाद दे रहे हैं।
महात्मा गांधी मार्ग, सिविल लाइंस के रहने वाले पूर्व महापौर मुरारी लाल अग्रवाल के बेटे पवन अग्रवाल की बेटी दीक्षा इंटीरियर डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी। पांच जुलाई 2019 की सुबह वह घर से निकली तो वापस नहीं लौटी। खोजबीन के बाद 13 जुलाई को घरवालों ने मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले ऋतुराज सिंह, उसके पिता बाल कृष्ण राजपूत और मां राजू देवी के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया।
आरोप लगाया कि ऋतुराज के बहकाने पर दीक्षा घर से तीस लाख रुपये के गहने, दो लाख रुपये लेकर चली गई। एफआइआर में लिखाया गया कि दीक्षा के नाम परिवार वालों ने करोड़ों की संपत्ति की है। उसी की लालच में उसे घर से भगाकर अगवा किया गया। रिपोर्ट दर्ज कर सिविल लाइंस पुलिस जांच कर रही है।
वहीं बताया जा रहा है कि प्रयागराज के एक व्यापारी का परिवार बेटी की तलाश में मप्र के भोपाल आया। परिवार को पता चला था कि उनकी बेटी प्रेम-विवाह करने के बाद भोपाल में एक इंजीनियर के घर की हुई है। उप्र पुलिस के साथ आए परिजनों ने शनिवार को युवक के घर हंगामा किया। इससे युवक की मां की तबीयत बिगड़ गई। हालांकि परिवार प्रयागराज पुलिस के साथ वापस भी चला गया। उन्हें यहां कोई नहीं मिला।
कोलार थाना प्रभारी अनिल वाजपेई के अनुसार, राजहर्ष कॉलोनी का एक युवक गुजरात की एक कंपनी में इंजीनियर है। उसके पिता मंडी बोर्ड भोपाल में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। प्रयागराज की एक युवती के परिजन पुलिस के साथ भोपाल आए थे। उन्हें आशंका थी कि पांच जुलाई को भदभदा में स्थित एक सामाजिक संस्था के सहयोग से उनकी बेटी ने इंजीनियर युवक से शादी कर ली है।
वीडियो जारी कर कहा... मेरा नाम दीक्षा अग्रवाल राजपूत है। मैंने ऋतुराज सिंह राजपूत से पांच जुलाई 2019 को पूरे होश हवास में मर्जी से शादी की है। मैं ऋतुराज के साथ सुख चेन से हूं। मेरे दादा पूर्व उप महापौर मुरारीलाल अग्रवाल, पिता पवन अग्रवाल, बुआ, फूफा और दुबे जी आप लोग से निवेदन है कि आप पुलिस प्रशासन और पॉलिटिकल पावर का यूज करके हमें तंग करना बंद कर दें। मैं पति के साथ सुख चैन से जीना चाहती हूं। यदि हमारे साथ कुछ भी होता है तो उसके लिए पिता, बुआ और फूफा जिम्मेदार होंगे।
घर आकर परिजनों ने किया हंगामा
बीके राजपूत के मुताबिक 7 जुलाई को दीक्षा के परिजन कुछ लोगों के साथ घर आए। सभी ने मेरे और पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया। उनका कहना था कि हम यह शादी स्वीकार नहीं करते, हमें बेटी से मिलवाओ। हम उसे लेकर जाएंगे। जब उन्हें बताया कि आपकी बेटी घर में नहीं है तो वे मानने को तैयार नहीं हुए। बड़ी मुश्किल से वे रवाना हुए। इसके बाद से धमकियां मिल रहीं है। पुलिस भी दबाव बना रही है।
युवक की मां की बिगड़ गई हालत
जब युवती का परिवार उस युवक के घर पहुंचा तो उसके परिजन ने साफ कह दिया कि उनका बेटा घर पर नहीं है। उसके और उस युवती के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद लड़की के परिजन ने उनके घर के बाहर हंगामा मचाया, जिसके बाद लड़के की मां की तबीयत खराब हो गई। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है।
वीडियो वायरल होने पर पूर्व उप महापौर ने दी सफाई
दीक्षा का एक वीडियो सोशल मीडिया वायलर हुआ है। वीडियो में दीक्षा आरोप लगा रही है कि घरवाले उसे धमकी दे रहे हैं। उसके खिलाफ साजिश रची जा रही है। मामले पर पूर्व उप महापौर मुरारी लाल अग्रवाल ने उसके आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि दीक्षा ने भोपाल के ऋतुराज से शादी कर ली है। यह उसका निजी फैसला है, मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं। हम लोग भोपाल उससे मिलने गए थे।
बेटी को आशीर्वाद देना चाहते थे लेकिन ऋतुराज के घरवालों ने हमे भगा दिया। बेटी से मिलने तक नहीं दिया। उनका कहना है कि चार दिनों तक हम लोग भोपाल में भटकते रहे फिर डीआइजी से मदद मांगी। उन्होंने भी बेटी से मिलाने से मना कर दिया। इसके बाद परिवार के लोग लौट आए। मुरारी लाल अग्रवाल का कहना है कि दीक्षा कभी हम लोगों पर आरोप नहीं लगा सकती। उसके ससुराल वाले ऐसा कहलवा रहें हैं। यह सारी साजिश उनके नाम हुई संपत्ति को हड़पने के लिए है।
महाराष्ट्र के आश्रम में हुई थी मुलाकात
प्रयागराज की रहने वाली दीक्षा और भोपाल के रहने वाले ऋतुराज सिंह की मुलाकात महाराष्ट्र के एक आश्रम में हुई थी। पूर्व उप महापौर मुरारी लाल का कहना है कि कल्याण में हमारे गुरु का आश्रम है। हम परिवार संग जाते हैं। उसी आश्रम में ऋतुराज सिंह रहता था। दीक्षा की उससे मुलाकात वहीं हुई। फिर उसने मोबाइल नंबर लेकर बातचीत शुरू कर दी। उसी ने बेटी को बहकाया और घर से भागने पर मजबूर कर दिया।