प्रयागराज की सड़कों व गलियों के निर्माण में 65 करोड़ रुपये हो रहे खर्च, फिर भी नहीं खत्म हो पा रहे गड्ढे
आरटीआइ के तहत 31 अगस्त 2021 को नगर निगम से तीन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई थी। पहले बिंदु में वित्तीय वर्ष 2021-22 में शहर के विकास कार्यों मसलन सड़क गली नाली और नालों के निर्माण पर जनकार्य विभाग द्वारा खर्च की गई धनराशि की जानकारी मांगी गई थी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज शहर की सड़कों और गलियों के निर्माण के लिए नगर निगम प्रशासन ने इस वित्तीय वर्ष के लिए भारी भरकम बजट का प्रावधान किया है। सड़कों और गलियों के निर्माण पर करीब 65 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, फिर भी सड़कें और गलियां गड्ढों में तब्दील हैं। कोई भी सड़क अथवा गली चलने लायक नहीं हैं। थोड़ी सी असावधानी हादसे का सबब बन रही है।
आरटीआइ के तहत नगर निगम से तीन बिंदुओं की मांगी थी जानकारी
जनसूचना अधिकार अधिनियम (आरटीआइ) के तहत 31 अगस्त 2021 को नगर निगम से तीन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई थी। पहले बिंदु में वित्तीय वर्ष 2021-22 में शहर के विकास कार्यों मसलन सड़क, गली, नाली और नालों के निर्माण पर जनकार्य विभाग द्वारा खर्च की गई धनराशि की जानकारी मांगी गई थी। वहीं दूसरे बिंदु में इन कामों के लिए किस मद से कितने बजट का प्रावधान किया गया, इससे संबंधित ब्योरा मांगा गया था। तीसरे बिंदु में जिन कामों के लिए टेंडर निकाले गए थे, उनमें क्या सभी काम पूरे हो गए अथवा नहीं, कितने काम पूरे हुए और कितने अधूरे हैं, इसका विवरण मांगा गया था।
इस वित्तीय वर्ष में सड़क निर्माण में 45 करोड़ रुपये का प्रावधान
अधिशासी अभियंता द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सड़क निर्माण के लिए इस वित्तीय वर्ष में 45 करोड़ रुपये, नाली व गली के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये बजट का प्रावधान किया गया। जो काम टेंडर कमेटी से स्वीकृत हो गए, वह कराए जा रहे। शेष काम स्वीकृति होने पर कराया जाएगा। 65 करोड़ रुपये खर्च किए जाने के बावजूद लीडर रोड, हीवेट रोड, अतरसुइया गली, मीरापुर में ललिता देवी मंदिर रोड, बाघम्बरी रोड, करेली में 60 फीट रोड, बांगड़ धर्मशाला वाली रोड, कालिंदीपुरम मार्ग, कटघर रोड, तिलक रोड समेत शहर की अन्य सड़कें और गलियां बदहाल होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बैरहना में पलट गया था टेंपो
कुछ दिन पहले बैरहना में रोड खराब होने के कारण एक टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गया था। उसमें बैठी सवारियां चुटहिल हो गई थीं। इसी तरह आए दिन हादसे हो रहे हैं।