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COVID-19 महामारी में जिम्मेदारी से भागे प्रयागराज के 64 स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, आप भी जानें इसका कारण

प्रयागराज के कमिश्‍नर संजय गोयल कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों कर्मचारियों की कमी है। ऐसे में जो डेपुटेशन पर दूसरे विभाग में गए हैं उनको वापस लिया जा सकता है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों के डेपुटेशन की जानकारी नहीं है। इस मामले को शासन में भेजा जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 09:48 AM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 09:48 AM (IST)
COVID-19 महामारी में जिम्मेदारी से भागे प्रयागराज के 64 स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, आप भी जानें इसका कारण
कार्यकाल पूरा होने के बावजूद अपने मूल विभाग में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी नहीं लौट रहे हैं।

प्रयागराज, [प्रमोद यादव]। इसे अजीब विडंबना ही कह सकते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में स्वास्थ्य विभाग को जहां ढेरों स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरत है, वहीं उसी विभाग के लिए नियुक्त 64 स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी 2019 से प्रतिनियुक्ति (डेपुटेशन) पर दूसरे विभागों में तैनात हैैं। वह नगर पंचायतों में अधिशासी अधिकारी (ईओ) और डूडा में परियोजना अधिकारी (पीओ) बने हैैं।

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स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा से इतर टीकाकरण, नसबंदी व अन्य स्वास्थ्य योजनाओं से जनता को लाभान्वित करने के लिए सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्तपालों में इनकी तैनाती की गई थी। प्रदेश में इसके कुल 1035 पद हैं लेकिन 485 ही भरे हैं। इन्हीं में से प्रतिनियुक्ति पर गए 64 स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी एक साल का तय कार्यकाल पूरा होने पर भी अपने मूल विभाग में नहीं लौटे। शिकायत पर आठ मार्च 2021 को प्रदेश सरकार के उप सचिव शशिकांत शुक्ल ने परिवार कल्याण के महानिदेशक को पत्र लिखकर तत्काल इन्हें मूल विभाग में परिवर्तित करने को कहा, फिर भी वापस नहीं हुए।

इन जिलों के डूडा में बने हैं पीओ

वर्तिका सिंह प्रयागराज और चित्रकूट, जया सिंह वाराणसी, जय विजय सिंह फर्रुखाबाद,  सौरभ त्रिपाठी बाराबंकी और श्रावस्ती, विनोद कुमार मिश्र देवरिया, वेद प्रकाश यादव कुशीनगर, प्रेम चंद्र सिंह संत कबीर नगर, विकास कुमार सिंह गोरखपुर, सुनीता सिंह सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ में तैनात हैं। इनके अलावा आठ और जिलों में ऐसे ही स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डेपुटेशन पर काम कर रहे हैं।

नगर पंचायतों में तैनात ईओ

देवेंद्र नजीबाबाद बिजनौर, सुनील कुमार सिंह मवाना मेरठ, अवैद्य नाथ सिंह पडऱौना कुशीनगर, रणविजय सिंह चंदौली, ज्ञानेंद्र सिंह आंवला बरेली, संजय वर्मा अनूपशहर बुलंदशहर, कैलाश नाथ मिश्रा मारहरा एटा, धर्मेंद्र कुमार सिंह चरखारी महोबा, अजीत कुमार बाह आगरा, छोटे लाल कन्हैया मिलक रामपुर, संजय कुमार रामनगर वाराणसी, राम सिंह ककराला बदायूं, राकेश कुमार सिंह बिल्सी बदायूं, सुरजीत सिंह गौरीगंज अमेठी, राम बदन यादव बैरिया बलिया, सुशील कुमार रघुवंशी मानिकपुर प्रतापगढ़, महेंद्र कुमार सिंह हरिहरपुर भदोही, नवनीत सिंह शिवली कानपुर देहात सहित कुल 47 नगर पंचायतों में डेपुटेशन पर काम कर रहे हैं।

बोले, प्रयागराज के कमिश्‍नर

प्रयागराज के कमिश्‍नर संजय गोयल कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों कर्मचारियों की कमी है। ऐसे में जो डेपुटेशन पर दूसरे विभाग में गए हैं, उनको वापस लिया जा सकता है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों के डेपुटेशन की जानकारी नहीं है। इस मामले को शासन में भेजा जाएगा।


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