कुंभ मेला क्षेत्र में मिले 60 संदिग्ध, हो रहा पुलिस वैरीफिकेशन
मेला क्षेत्र के आसपास रहने वालों का पुलिस वेरीफिकेशन हो रहा है। अब तक करीब छह हजार लोगों का सत्यापन हुआ है, जिसमें 60 लोग ऐसे मिले हैं, जिन्हें संदिग्ध माना गया है।
प्रयागराज : विश्वविख्यात कुंभ मेले को लेकर खुफिया एजेंसी पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। प्रयागराज और आसपास के जिलों में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाने लगी है। खुफिया एजेंसी के रडार पर खासकर वह लोग हैं, जिनका संबंध किसी न किसी रूप में पाकिस्तान से है।
कुंभ की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। करोड़ों की भीड़ में एक छोटी से चूक पुलिस व प्रशासन के लिए भारी पड़ सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए अब हर स्तर पर सुरक्षा घेरे को मजबूत बनाया जा रहा है। मेला क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों का पुलिस वेरीफिकेशन भी किया जा रहा है। अब तक करीब छह हजार लोगों का सत्यापन हुआ है, जिसमें 60 लोग ऐसे मिले हैं, जिन्हें संदिग्ध माना गया है। ऐसे व्यक्तियों के बारे में सही जानकारी के लिए संबंधित जिला व राज्य की पुलिस को पत्र भेजे जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि संदिग्ध लोगों में ज्यादातर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के मिले हैं। यह सभी प्रयागराज में रहकर रोड पटरी पर ठेला लगाने से लेकर दूसरे छोटे-छोटे काम करने का दावा कर रहे हैं। स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू), स्टेट इंटेलीजेंस ब्यूरो (एसआइबी) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों की छानबीन में पता चला है कि करीब 50 से अधिक लोग प्रयागराज में रहते हैं। इनका संबंध पाकिस्तान से भी है। इन सभी की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
खुफिया एजेंसी भी कर रही छानबीन :
पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसी भी बांग्लादेशियों के बारे में छानबीन कर रही है। किसी तरह का पहचान पत्र बनवाने वाले संदिग्ध शख्स भी रडार पर हैं।
कुंभ मेले की सुरक्षा को हर स्तर पर इंतजाम किया जा रहा है। संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
- एसएन साबत, एडीजी, प्रयागराज जोन
कौशांबी में मिले संदिग्ध विदेशी को भेजा जेल :
कौशांबी जनपद के पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र के गांव परई उग्रसेनपुर में संदिग्ध विदेशी युवक मिला है। उसके पास पासपोर्ट नहीं है। वह खुद को कभी दुबई, कभी मुंबई और कभी पश्चिम बंगाल का बता रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन यह स्पष्ट नहीं कर पाई है कि वह कहां का रहने वाला है। वह हिंदी के अलावा अंग्रेजी और अरबी भी जानता है। पुलिस ने इसकी सूचना अन्य खुफिया एजेंसियों को दे दी गई है। यहां पर वह एक ग्रामीण के घर रहकर उसके बच्चों को कोचिंग पढ़ाता था और गांव से ही आधार कार्ड बनवा लिया था। पुलिस को संदेह है कि रोहिंग्या मुसलमान है और खुद को बचाने के लिए एक गांव में आकर रहने लगा था। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया है। वहीं एनआइए और आइबी को जांच के लिए एसपी ने लिखा पत्र है। चंदौली में पकड़े गए चार संदिग्धों से इसका तार जोड़ा जा रहा है।