Coronavirus Prayagraj (Allahabad) News : जिले में 52 नए संक्रमित मरीज मिले, 24 मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज
कोरोना वायरस से संक्रमित 52 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमित मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। साथ ही इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों को तलाश की जा रही है।
प्रयागराज,जेएनएन। जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 52 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमित मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। साथ ही इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों को तलाश की जा रही है। बुधवार को एसआरएन अस्पताल में भर्ती चार संक्रमित मरीजाें की मौत हो गई। इनमें से एक मरीज जौनपुर का रहने वाला था। जबकि तीन मरीज जिले के रहने वाले हैं। 24 मरीजों की मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
एबुलेंस से भटकता मरीज, छह घंटे बाद हुआ भर्ती
कोरोना के तेजी से फैलते संक्रमण के बीच अन्य इलाज के लिए मरीजों को अस्पताल दर अस्पताल भटकना पड़ रहा है। समय से इलाज न होने पर किसी की मौत हो जा रही है तो कोई गंभीर हालत में तड़प रहा है। जिले में एक ऐसा मामला सामने आया जब एक गंभीर मरीज इलाज के लिए एंबुलेंस से छह घंटे भटकता रहा। एंबुलेंस वाले ने भी जिद बांध ली कि अब इसका इलाज कराकर ही मानेगा। उसने दैनिक जागरण के रिपोर्टर का भी सहारा लिया और फिर मरीज को काल्विन में भर्ती कराया जा सका।
रेलवे स्टेशन के पास लावारिस हालत में पडा मिला
सुबह सात बजे जसरा के मदरहा रेलवे स्टेशन के पास गंभीर स्थिति में एक युवक लावारिश पड़ा था। स्टेशन मास्टर ने एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस चालक उस युवक को बैठाकर अस्पताल की ओर रवाना हो गए। उसकी स्थिति गंभीर थी। सिर में अधिक चोट लगी थी। पैर में फ्रैक्चर था। एंबुलेंस चालक महेंद्र पाल उसे लेकर जसरा सीएचसी पर पहुंचे। हालत गंभीर देख सीएचसी के डॉक्टर ने एसआरएन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। महेंद्र पाल उसे लेकर सुबह नौ बजे एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती नहीं किया। मरीज को उसी एंबुलेंस से बेली अस्पताल ले जाया गया। कोविड अस्पताल होने के कारण वहां भी भर्ती करने से मना कर दिया गया। उधर मरीज की हालत और बिगड़ती जा रही थी। चालक उसे किसी तरह अस्पताल में भर्ती कराना चाहता था, वह समझ नहीं पा रहा था कि आखिर उसे लेकर कहां जाए। तभी चालक महेंद्र पाल ने दैनिक जागरण के रिपोर्टर से संपर्क किया। फिर जागरण के सहयोग से उस मरीज को लेकर काल्विन अस्पताल पहुंचा। एंबुलेंस चालक ने डॉक्टर को पूरी बात बताई तो उसे भर्ती किया जा सका।