कुंभ में 500 स्पेशल सिटी बसें श्रद्धालुओं को कराएंगी मुफ्त यात्रा
इसमें कुंभ का लोगों लगा होगा। सभी स्थानों से बस की कनेक्टिविटी रहेगी। मंत्री मंगलवार को परिवहन निगम की समीक्षा बैठक कर रहे थे।
लखनऊ (जेएनएन)। अगले वर्ष होने वाले कुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए परिवहन निगम इलाहाबाद में 500 सिटी बसों का संचालन करने जा रहा है। यह बसें कुंभ स्पेशल के रूप में संचालित होंगी। इसमें श्रद्धालुओं को मुफ्त यात्रा कराई जाएगी। साथ ही प्रदेश के सभी प्रमुख स्थानों से कुंभ मेले के लिए इलाहाबाद की सीधी बसें मिलेंगी।
परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसका खास ख्याल रखने के निर्देश दिए गए हैं। कुंभ स्पेशल सिटी बसों के लिए नई बसें आ रही हैं। इसमें कुंभ का लोगों लगा होगा। सभी स्थानों से बस की कनेक्टिविटी रहेगी। मंत्री मंगलवार को परिवहन निगम की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने सेवाओं में सुधार के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों के सुझाव भी लिए
बैठक के बाद मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि परिवहन निगम प्रदूषण कम करने के लिए 750 सीएनजी बसें संचालित करने जा रहा है। इसमें से 250 बसों के टेंडर भी हो गए हैं। यह बसें मेरठ, मुरादाबाद व दिल्ली के आस-पास चलाई जाएंगी। इसके अगले चरण में जहां भी सीएनजी पंप हैं वहां यह बसें संचालित की जाएंगी। बैठक में परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला व परिवहन निगम के एमडी पी. गुरु प्रसाद मुख्य रूप से उपस्थित थे।
लखनऊ, कानपुर व नोएडा में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
परिवहन मंत्री ने बताया कि लखनऊ, कानपुर व नोएडा में इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी। लखनऊ-कानपुर के बीच तो इलेक्ट्रिक बसें संचालित भी होने लगी हैं। कुछ ही दिनों में और जगह भी संचालित की जाएंगी। इसके अलावा परिवहन निगम 57 स्लीपर बसें भी खरीदने जा रहा है। इन्हें भी प्रमुख मार्गों पर संचालित किया जाएगा।
एक हजार एसी बसें बेड़े में होंगी शामिल
स्वतंत्र देव ने बताया कि परिवहन निगम के बेड़े में जल्द ही एक हजार एसी बसें शामिल होंगी। दो महीने बाद बसों की पहली खेप आएगी। इसके बाद हर महीने 100 से 150 बसें आएंगी। अगले वर्ष फरवरी माह से सभी जिला मुख्यालयों के लिए एसी जनरथ सेवा शुरू की जाएगी।
वर्ष 2022 तक सभी गांव बसों से जाएंगी जोड़ी
परिवहन मंत्री ने बताया कि वर्ष 2022 तक सभी गांव को बसों से जोडऩे का लक्ष्य है। जहां भी सड़कें हैं वहां बसें संचालित होंगी। यह बसें परिवहन निगम के अलावा अनुबंधित या फिर प्राइवेट हो सकती हैं।
पिंक बसों में चालक परिचालक सभी होंगी महिलाएं
मंत्री ने बताया कि निर्भया फंड से पिंक बसें संचालित की जाएंगी। इनमें सीसीटीवी कैमरा व पैनिक बटन होगा। इन बसों में चालक व परिचालक महिलाएं ही होंगी। चालक व परिचालक के लिए कक्षा आठ पास योग्यता रखी गई है।
सबसे अच्छे व खराब डिपो का हुआ चयन
समीक्षा बैठक में प्रदर्शन के अनुसार सबसे अच्छे व खराब डिपो का चयन हुआ। हरदोई, शाहजहांपुर व कौशांबी डिपो सबसे अच्छे रहे। सुलतानपुर, गोरखपुर व ईदगाह डिपो सबसे खराब रहे। हरदोई के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राम बहादुर यादव का कार्य सबसे अच्छा मिला। यह डिपो सात करोड़ रुपये के फायदे में है। बरेली व गाजियाबाद के भी क्षेत्रीय प्रबंधकों की तारीफ हुई। इसके अलावा हरदोई, फैजाबाद व आजमगढ़ के सहायक सेवा प्रबंधकों के काम को सराहा गया।