प्रयागराज की 42 गोशालाओं को बनाया जाएगा स्मार्ट, चारा-पानी और बाऊंड्री की बेहतर रहेगी व्यवस्था
प्रयागराज जिले में मौजूदा समय में 179 गोशालाएं हैं। इसमें 18200 गोवंश हैं। स्मार्ट गोशाला में बीमार दुधारू नर और मादा गोवंशों के लिए अलग-अलग रहने का स्थान बनाया जाएगा। इसके अलावा गोशाला के बगल ही हरा चारा का प्रबंध किया जाएगा। जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को उठानी होगी
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। स्मार्ट सिटी प्रयागराज में अब गोशालाओं को भी स्मार्ट किया जाएगा। इसके पहले स्मार्ट गांव, स्मार्ट पार्क, स्मार्ट सड़क और स्मार्ट वार्ड की कवायद की जा चुकी है। स्मार्ट गोशाला बनाने के लिए जिले में पहले फेज के लिए 42 गोशालाओं को चिन्हित किया जा चुका है। जल्द ही इन गोशालाओं को स्मार्ट करने का काम शुरू हो जाएगा। प्रयागराज की इन गोशालाओं में 100 से अधिक गोवंशीय हैं।
स्मार्ट गोशाला में बीमार, दुधारू, नर-मादा गोवंशों के लिए अलग रहने का स्थान
प्रयागराज जिले में मौजूदा समय में 179 गोशालाएं हैं। इसमें 18200 गोवंश हैं। स्मार्ट गोशाला में बीमार, दुधारू, नर और मादा गोवंशों के लिए अलग-अलग रहने का स्थान बनाया जाएगा। इसके अलावा गोशाला के बगल ही हरा चारा का प्रबंध किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को उठानी होगी। गोवंशीय के लिए पीने के पानी का बेहतर इंतजाम करने के साथ ही अलग-अलग टीन शेड भी बनाया जाएगा। इन गोशालाओं के चारों तरफ बाउंड्री भी कराई जाएगी। ऐसा इसलिए ताकि गोवंश की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके।
सामाजिक संगठनों को भी सहयोग लिया जाएगा
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. आरपी राय ने बताया कि गोवंशों की बेहतर देखरेख हो इसके लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए सामाजिक संगठनों को भी सहयोग लिया जाएगा। तैयार की जाने वाली कुछ गोशालाओं को माडल गोशाला के रूप में भी लोगों के सामने पेश किया जाएगा। यह पूरा निर्माण कार्य मनरेगा के माध्यम से भी कराया जाएगा।
जानिए प्रयागराज का आंकड़ा
179 गोशालाओं की संख्या
18200 गोवंशीय
14000 मादा गोवंशी
30 रुपये प्रति का खर्च है चारा पर