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23 बैंकों ने नहीं पूरे किए ऋण देने का लक्ष्य, नहीं दे रहे लोन

एनपीए के झंझट से बचने के लिए बैंक लोन देने से कतरा रहे हैं। 23 बैंकों ने ऋण देने का लक्ष्य पूरा नहीं किया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 11:20 AM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 11:20 AM (IST)
23 बैंकों ने नहीं पूरे किए ऋण देने का लक्ष्य, नहीं दे रहे लोन
23 बैंकों ने नहीं पूरे किए ऋण देने का लक्ष्य, नहीं दे रहे लोन

प्रयागराज: गैर निष्पादित संपत्तियों (एनपीए) की रिकवरी बैंकों के लिए गंभीर समस्या है। एनपीए में वृद्धि की संभावना के मद्देनजर तमाम बैंक उद्योग धंधे के लिए लोगों को ऋण देने से कतराने लगे हैं। जिले के 23 बैंक ऋण देने का लक्ष्य पूरा नहीं कर सके।

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 भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की गाइड लाइन के मुताबिक प्रत्येक बैंक का क्रेडिट डिपॉजिट (सीडी) अनुपात 40 फीसद होना जरूरी है। सीडी अनुपात इससे कम नहीं होना चाहिए, लेकिन जिले के 33 बैंकों मेंं से 23 बैंक इस अनुपात को बरकरार नहीं रख सके। कई बैंकों ने 30 फीसद से भी कम ऋण दिए हैं। जिन बैंकों के लक्ष्य पूरे नहीं हुए हैं, उसमें से ज्यादातर बैंकों द्वारा उद्योग धंधे के लिए ऋण नहीं देने से ऐसा हुआ है। उद्योग धंधे के लिए बैंक ऋण देने से इसलिए कतराने लगे हैं, क्योंकि लोन लेने वाले से रिकवरी करना बहुत मुश्किल होता है।

इन बैंकों ने नहीं पूरे किए लक्ष्य :

आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, कॉरपोरेशन बैंक, देना बैंक, आइसीआइसीआइ, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, फेडरल बैंक, ओरियंटल बैंक, बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, विजया बैंक, कोटक मङ्क्षहद्रा बैंक, लैंड डेवलपमेंट बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, यश बैंक और साउथ इंडियन बैंक।

इन बैंकों ने ही पूरे किए टारगेट :

इलाहाबाद बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, आइडीबीआइ, कर्नाटका बैंक, सिंडीकेट बैंक, बंधन बैंक, सिटी यूनियन बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक।


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