Galwan Attack: देशप्रेम का तीर्थ बनने जा रहा प्रयागराज, 20 रणबांकुर चीनी हमले में हुए थे शहीद
Galwan Attack चीनी सैनिकों के हमले में दिवंगत जवानों की तीन फिट ऊंची प्रतिमा लगेगी। सात से आठ किलो वजनी प्रतिमाएं फाइबर से बनाई गई हैैं। उस पर तांबे और कांसा का लेप है जिससे वो खराब नहीं होंगी। शहर की आकृति आर्ट की टीम ने इसे तैयार किया है।
प्रयागराज, [प्रमोद यादव]। त्रिवेणी की धरा पर भक्ति के साथ देशभक्ति का संगम दिखने जा रहा है। ब्रह्मïा की तपोस्थली में जल्द खुलने जा रहे गलवन के बलिदानियों के स्मारक से तीर्थराज प्रयाग देशप्रेम का तीर्थ बनने जा रहा है। पिछले वर्ष 15-16 जून को चीनी सैनिकों के हमले में 20 रणबांकुरों की वीरगति के बाद बने इस स्मारक को 22 तक जनता के लिए खोलने की तैयारी है।
पिछले वर्ष 15-16 जून को भारत-चीन सीमा पर चीनी फौजियों से हुई थी झड़प
पिछले वर्ष भारत-चीन सीमा पर लद्दाख की गलवन घाटी में चीनी फौजियों से झड़प हुई थी। चीनी सैनिकों ने तार लगे लाठी-डंडों से हमारे निहत्थे जवानों पर हमला बोल दिया था। हमारे सैनिक निहत्थे लड़े थे और दुश्मन को मुंह की खानी पड़ी थी। हालांकि इसमें कर्नल संतोष बाबू की अगुवाई में 20 बहादुर सैनिकों को सर्वोच्च बलिदान देना पड़ा था। इन रणबांकुरों की स्मृति में यह स्मारक पूर्वी यूपी एमपी सब एरिया मुख्यालय के ठीक सामने बनाया गया है। सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल आइएम लांबा के निर्देशन में यहां बलिदानी सैनिकों की आदमकद प्रतिमाएं लगाई गई हैं।
दिखेगी चीनी झड़प की पूरी कहानी
81 फील्ड रेजीमेंट प्रयागराज सब एरिया के अधीन आती है। इसीलिए यहां बलिदानी जवानों की स्मृतियां 150 गुणे 100 फीट क्षेत्रफल में चिरस्थायी होगी। सभी दिवंगत जवानों की तीन फिट ऊंची प्रतिमा लगेगी। सात से आठ किलो वजनी प्रतिमाएं फाइबर से बनाई गई हैैं। उस पर तांबे और कांसा का लेप है, जिससे वो खराब नहीं होंगी। शहर की आकृति आर्ट की टीम ने इसे तैयार किया है। अमर जवानों के कंधे पर रैंक को दर्शाने वाली फित्ती भी है। पीछे दीवार (म्यूरल) पर झड़प को दर्शाया जाएगा। उद्घाटन अवसर पर बलिदानियों के स्वजन भी बुलाए जाएंगे।
ये हैं गलवन के अमर बलिदानी
16 बिहार रेजीमेंट के कर्नल संतोष बाबू, हवलदार सुनील कुमार, नायब सुबेदार नुदुराम सोरेन, नायक दीपक कुमार, सिपाही चंद्रकांत प्रधान, कुंदन कुमार ओझा, गणेश हंसदा, कुंदन कुमार यादव, राजेश ओरंग, चंदन कुमार, गणेश राम, अमन कुमार, 03 पंजाब रेजीमेंट के सिपाही गुरुतेज सिंह, अंकुश ठाकुर, गुरुबिंदर सिंह, 03 मेडिकल रेजीमेंट के नायब सुबेदार सतनाम सिंह, मंदीप सिंह, 81 फील्ड रेजीमेंट के हवलदार के पिलानी, 81 आम्र्ड के हवलदार विपुल राय और 12 बिहार रेजीमेंट के जय किशोर सिंह भी अमर हो गए।