North Central Railway में नौकरी से हटाने के लिए 400 कर्मचारियों की खोज शुरू, रेलवे बोर्ड ने जोन को दिया लक्ष्य
North Central Railway रेलवे बोर्ड के मुताबिक पिछले कुछ साल से आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है। इससे कई पद गैर जरूरी हो गए हैं। इन पदों की पहचान के लिए काम भी शुरू कर दिया गया है।
प्रयागराज,जेएनएन। अपनी कार्य क्षमता को बेहतर करने के नाम पर रेलवे ने कई पद खत्म करने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड ने उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन को भी 400 पद सरेंडर करने का लक्ष्य दिया है। इसके लिए तलाश भी शुरू कर दी गई है। एनसीआर सहित सभी जोन को छंटनी का लक्ष्य सौंपने से कर्मचारियों में खलबली है। उधर, यूनियन के पदाधिकारी रेलवे बोर्ड के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से कई पद हुए गैर जरूरी
रेलवे बोर्ड के मुताबिक, पिछले कुछ साल से आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है। इससे कई पद गैर जरूरी हो गए हैं। इन पदों की पहचान के लिए काम भी शुरू कर दिया गया है। उधर, रेलवे के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि एनसीआर में करीब 64 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। एनसीआरएमयू की मिनिस्टीरियल शाखा के शाखा मंत्री नागेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि पहले गैर जरूरी पद बताकर खत्म कर दिया जाता है। इसके बाद सेफ्टी और टेक्निकल विभाग के कर्मचारियों से सुपरवाइजर व अधिकारियों का निजी काम लिया जाता है, जो अनुचित है। सीपीआरओ डा. शिवम शर्मा ने बताया कि यह रूटीन प्रक्रिया है, जो प्रतिवर्ष होती है। आधुनिक तकनीक अपनाने के साथ कई पद का इस्तेमाल नहीं होता है। जरूरत के हिसाब से कर्मचारियों को तैनात किया जाता है।
बोले रेलवे यूनियन के पदाधिकारी
कर्मियों की कमी है। इसके बावजूद छंटनी से काम बाधित होगा। गार्ड का बक्शा ढोने वाले बाक्स पोर्टर के पद समाप्त हो चुके हैं। पदों को सरेंडर करने का विरोध करेंगे।
- आरडी यादव, महामंत्री, एनसीआरएमयू।
पद समाप्त करना कर्मचारी हित में नहीं है। निजीकरण को लेकर पद घटाए जा रहे हैं। ताकि आसान से निजी हाथों में दे सकें। लेकिन, एनसीआरईएस। इसका विरोध करेगी।
- गोबिंद सिंह, मंडल मंत्री, एनसीआरईएस।