Covid-19 Vaccination in Prayagraj: टीके नहीं लगवाना हो तो न करें पंजीकरण, दूसरों को भी दें अवसर
Covid-19 Vaccination in Prayagraj टीकाकरण अधिकारी कहते हैं कि रजिस्ट्रेशन के बिना टीके नहीं लगने हैं और रजिस्टर्ड लोग आ नहीं रहे हैं। इससे उन्हें मौका नहीं मिल रहा है जिनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद टाइम स्लॉट और केंद्र नहीं मिल पा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोविड वैक्सीन का टीका लगने की प्रक्रिया में कई दिनों से अजीब स्थिति बनी है। 18 से 44 साल उम्र के लोग टीके लगवाने को व्याकुल हैं और दिन रात ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में जुटने के बावजूद उन्हें केंद्र और टाइम स्लॉट नहीं मिल पा रहा है। वहीं दूसरी ओर 12 से 15 फीसद रजिस्टर्ड लाभार्थी टीकाकरण केंद्रों से प्रत्येक दिन गायब रहते हैं। इससे सैकड़ों टीके केंद्रों से वापस कर दिए जा रहे हैं और निराशा में वो लोग लौट रहे हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है।
प्रत्येक दिन 700 से 800 लोग टीके लगवाने नहीं पहुंच रहे
प्रयागराज जिले में 18 से 44 साल उम्र के लोगों को टीके एक मई से लगने शुरू हुए हैं। शुरुआत में प्रत्येक दिन 3000 डोज निर्धारित की जा रही थी तो कभी 82 फीसद कभी 84 फीसद लाभार्थी केंद्रों पर पहुंच रहे थे। यानी करीब 16 फीसद लोग रजिस्ट्रेशन कराने के बाद गायब थे। बीते सोमवार से केंद्रों की संख्या बढा दी गई और प्रत्येक दिन टीके का लक्ष्य भी बढाकर 3000 की अपेक्षा 4600 कर दिया गया। इसमें भी प्रत्येक दिन 700 से 800 लोग टीके लगवाने नहीं पहुंच रहे हैं। इससे ये टीके वापस हो रहे हैं। कहीं कहीं रजिस्टर्ड लाभार्थियों की संख्या कम होने से वायल खुलने पर डोज भी बर्बाद हो रही है।
टीकाकरण अधिकारी बोले- कई लोगों को टाइम स्लॉट व केंद्र नहीं मिल पा रहा
टीकाकरण अधिकारी कहते हैं कि रजिस्ट्रेशन के बिना टीके नहीं लगने हैं और रजिस्टर्ड लोग आ नहीं रहे हैं। इससे उन्हें मौका नहीं मिल रहा है, जिनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद टाइम स्लॉट और केंद्र नहीं मिल पा रहा है। जिन्हें टीके अभी नहीं लगवाना है फिर भी रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं, ऐसे लोग दूसरों को मौका दें।
जरूरतमंद लाखों हैं लेकिन वैक्सीन है कम
कोविड वैक्सीन सरकार के पास ही कम है लेकिन इसे लगवाने के लिए लाखों लोग लाइन में हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग भी इस कोशिश में है कि टीके की बर्बादी कम से कम हो।