UP State University : PRSU के छात्र-छात्राओं को PHD के लिए अभी करना होगा लंबा इंतजार, जानें इसकी वजह
UP State University नए शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए राज्य विवि में पहली बार पीएचडी को परीक्षा समिति ने मंजूरी दी। समिति की बैठक में यह तय किया गया था कि 11 विषयों के सापेक्ष 44 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा का परिणाम जानने के लिए अभी आवेदकों को लंबा इंतजार करना होगा। करीब छह महीने बाद कुलपति डॉक्टर अखिलेश कुमार सिंह ने परिणाम जारी करने को सैद्धांतिक सहमति दी है। ऐसे में जून में परिणाम जारी किए जाने के आसार जताए जा रहे हैं।
20 नवंबर को हुई थी प्रवेश परीक्षा
नए शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए राज्य विवि में पहली बार पीएचडी को परीक्षा समिति ने मंजूरी दी। समिति की बैठक में यह तय किया गया था कि 11 विषयों के सापेक्ष 44 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई। फिर 20 नवंबर को नैनी स्थित नवनिर्मित परिसर में ऑफलाइन मोड में परीक्षाएं कराई गई थीं।
300 अभ्यर्थियों की थी दावेदारी
राज्य विवि से शोध के लिए तकरीबन 300 अभ्यर्थियों ने दावेदारी ठोकी थी। प्रवेश परीक्षा के बाद अब तक परिणाम ही नहीं जारी हो सका। जबकि, अन्य संस्थान परिणाम जारी कर चुके हैं। हालांकि, वहां दाखिले की प्रक्रिया अभी लटकी हुई है। ऐसे में आवेदन करने वाले भी तमाम तरह के सवाल उठा रहे हैं।
इन विषयों में होगा शोध
राज्य विवि में 11 विषयों में शोध शुरू होगा। भारतीय प्राचीन इतिहास में आठ, राजनीति विज्ञान में चार, अर्थशास्त्र में दो, समाजशास्त्र में चार, हिंदी में छह, वाणिज्य में चार, दर्शनशास्त्र में चार, संस्कृत में चार, समाज कार्य में चार, रक्षा एवं स्त्रोतजिक अध्ययन में दो और भूगोल विषय में चार सीटों पर पीएचडी में प्रवेश होगा।
विषम सेमेस्टर का रिजल्ट 15 मई तक
कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि परास्नातक, विधि एवं प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों की विषम सेमेस्टर परीक्षा का मूल्यांकन कार्य शुरू है। कोविड-19 के चलते अब रिजल्ट में कुछ विलंब होगा। उम्मीद है कि 15 मई तक विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। इसमें तकरीबन 60 हजार छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी है।