शिवम की दौलत देख आरोपितों ने उसे बना लिया था दोस्त, प्रयागराज में हुआ था कत्ल
पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार अभिषेक कुशवाहा ने ही शिवम को अगवा कर 50 लाख रुपये की फिरौती वसूलने की साजिश रची थी। कब कैसे और क्या करना है उसने अपने साथियों को सब समझा दिया था। शिवम को विश्वास में लेकर पथरा गांव ले गया।
प्रयागराज, जेएनएन। जनपद में खीरी थाना क्षेत्र के लालतारा सिलौधी गांव के रहने वाले आभूषण व्यवसायी गया प्रसाद सोनी के पुत्र शिवम की मौत की वजह उसकी दौलत बन गई। आरोपितों ने उसकी दौलत को हथियाने के लिए पहले उससे बातचीत शुरू की और फिर उससे गहरी दोस्ती कर ली। यह सब एक साजिश का हिस्सा था, जिसे आरोपित एक सोची समझी रणनीति के तहत अंजाम दे रहे थे।
शिवम को पूरे भरोसे में लेने के बाद उसे बहला-फुसलाकर अगवा करने की साजिश रची गई और 10 जनवरी को उसे अगवा भी कर लिया। फिरौती के तौर पर 50 लाख रुपये लेने की उसके स्वजनों से मांगने की बात कही गई और जब शिवम ने इसका विरोध किया तो उसे मौत के घाट उतार दिया गया।
आठ आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार
शिवम हत्याकांड में पुलिस ने अब तक आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसमें घटना के दूसरे दिन आनंद कुशवाहा, अंकुर कुमार सिंह निवासी जतहरा व राजेश यादव माधोपुर हंडिया को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि शुक्रवार को अजय सिंह पटेल निवासी सेमरी बाघरायपुर (नगई का पूरा) कोरांव, दीपक पांडेय निवासी भलुहा, सुधीर कुमार कुशवाहा निवासी अकबर शाहपुर मेजा और दीपेश कुमार सिंह उर्फ दीपू निवासी लालतारा को पकड़ा था। मुख्य आरोपित अभिषेक कुशवाहा को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया।
अभिषेक ने ही रची थी पूरी साजिश
पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार अभिषेक कुशवाहा ने ही शिवम को अगवा कर 50 लाख रुपये की फिरौती वसूलने की साजिश रची थी। कब, कैसे और क्या करना है, उसने अपने साथियों को सब समझा दिया था। शिवम को विश्वास में लेकर वह पथरा गांव आया और आनंद कुशवाहा के घर ले गया। कुछ देर बाद शिवम को जब पूरा माजरा समझ में आया तो वह विरोध करने लगा, जिस पर तार से गला कसकर उसे मार डाला गया था। लाश को ठिकाने लगाने के लिए वहीं घर में गड्ढा खोदा गया था। शव को गलाने के लिए तेजाब और नमक का भी इंतेजाम किया था। लेकिन ऐन मौके पर पुलिस के पहुुंचने पर आरोपित अपने मकसद में सफल नहीं हो सके थे।