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World Savings Day 2020 : प्रयागराज की ग्रामीण महिलाएं पेश कर रही बचत की मिसाल, बैंकों का भी बढ़ा रुझान

World Savings Day 2020 प्रयागराज में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में बचत की आदत कोरोना वायरस के संकट काल में ज्यादा पड़ी। इस संकट में महिलाओं ने भविष्य की चिंता करते हुए बचत की आदत डालनी शुरू की। फिजूलखर्ची को तो बिल्कुल ही त्याग दिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 02:17 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 02:17 PM (IST)
World Savings Day 2020 : प्रयागराज की ग्रामीण महिलाएं पेश कर रही बचत की मिसाल, बैंकों का भी बढ़ा रुझान
प्रयागराज जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं बचत की मिसाल पेश कर रही हैैं।

प्रयागराज, जेएनएन। विश्व बचत दिवस आज मनाया जा रहा है। ऐसे में बचत करने वाली प्रयागराज की महिलाओं का जिक्र करना उचित ही होगा। जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं बचत की मिसाल पेश कर रही हैैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित नारीबारी इलाके के गांवों की महिलाओं की बचत की आदत ने बैैंकों को भी उनकी ओर मोड़ दिया है। आलम यह है कि एक वर्ष के दौरान नारीबारी में स्थित बड़ौदी यूपी ग्रामीण बैैंक की शाखा में पांच हजार खाते खोले गए। इसमें दो हजार से ज्यादा खाते महिलाओं और युवतियों के हैं।

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कोरोना संकट काल में बचत की आदत महिलाओं में बढ़ी

महिलाओं में बचत की आदत कोरोना वायरस के संकट काल में ज्यादा पड़ी। इस संकट में महिलाओं ने भविष्य की चिंता करते हुए बचत की आदत डालनी शुरू की। फिजूलखर्ची को तो बिल्कुल ही त्याग दिया। वैसे भी लॉकडाउन में बाजार, हाट जाना नहीं होता था। रिश्तेदारों के अथवा परिचितों के यहां भी नहीं जाना होता था। शादी समारोह से लेकर अन्य मांगलिक कार्यक्रमों व जन्मदिन पार्टियों का भी आयोजन नहीं हुआ। ऐसे में महिलाओं ने खूब बचत किया।

महिलाओं ने एक-दूसरे से प्रेरणा लेकर बचत करना सीखा

महिलाओं में बचत की आदत के संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक अनुराग अवस्थी ने बताया कि इस क्षेत्र की महिलाओं ने एक-दूसरे से प्रेरणा लेकर बचत करना सीखा। बैैंक शाखा में महिलाएं समूह में आती थीं और खाता खुलवाती थीं। यही नहीं हर हफ्ते, पखवारे में आकर कुछ न कुछ पैसे अवश्य जमा कर जाती हैैं। शाखा प्रबंधक ने बताया कि दो हजार से ज्यादा खाते महिलाओं और युवतियों के खोले गए। इसके अलावा 139 महिलाओं को किसान क्रेडिट कार्ड, 11 स्वयं सहायता समूह की 132 महिलाओं को ऋण एवं अन्य तीन महिलाओं को स्वरोजगार क्रेडिट कार्ड दिया गया। उनकी किश्तों की रिकवरी शत प्रतिशत है।

बचत खाता से महिला सशक्तीकरण की प्रेरणा मिलती है

बैंक सखी अनीता गौतम ने बताया कि एक वर्ष में बीस महिलाओं का खाता खुलवाया। पांच महिला समूहों को पशुपालन, कृषि, मुर्गी पालन एवं स्व रोजगार के लिए सीसीएल ऋण उपलब्ध कराया। जो छोटी-छोटी बचत करते हुए परिवार की सहायता कर रही हैं। नारी शक्ति प्रेरणा शंकुल संघ क्लस्टर कोषाध्यक्ष श्यामकली एवं उपाध्यक्ष मंजू देवी ने बताया की जनधन खाता योजना एवं बचत खाता से महिलाओं के स्वावलंबन एवं महिला सशक्तीकरण की प्रेरणा मिलती है। 


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