Ram van gamaan path: जानिए कैसे बदल जाएगी छह जिलों के तमाम गांवों की तस्वीर
Ram van gamaan path इसका निर्माण नेशनल हाईवे कराएगा। यह राम वन गमन पथ अयोध्या जिले से शुरू होकर सुल्तानपुर प्रतापगढ़ प्रयागराज कौशांबी होते हुए चित्रकूट तक होगा।
प्रयागराज,जेएनएन। राम के नाम पर उन गांवों व शहरों का भी उद्धार होगा, जो राम वन गमन पथ में पड़ रहे हैैं। छह जिले से होकर गुजर रहे इस पथ के निर्माण से यातायात तो सुगम होगा ही, साथ ही इससे जुड़ रहे गांवों व शहरों के विकास की भी कार्ययोजना तैयार की गई है। मध्यप्रदेश के लिए भी आवागमन बेहतर होगा। मार्ग बनने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
यहां से होकर गुजरेगा पथ
इसका निर्माण नेशनल हाईवे कराएगा। यह राम वन गमन पथ अयोध्या जिले से शुरू होकर सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी होते हुए चित्रकूट तक होगा। यह करीब 102 किलोमीटर होगा। अयोध्या से यह मार्ग सुल्तानपुर सीमा के गोड़े गांव होते हुए पूरे केशवराय पहुंचेगा। प्रतापगढ़ के सुखपाल नगर बाईपास स्थित रायबरेली-जौनपुर हाईवे से जुड़ेगा। सुखपाल नगर से मोहनगंज, जेठवारा, बाघराय होते हुए प्रयागराज की सीमा लालगोपालगंज से होकर श्रृंगवेरपुर धाम से जुड़ेगा। यहां गंगा नदी पर पुल का निर्माण होगा, जो कौशांबी जनपद के पुरानी जीटी रोड मूरतगंज से होते हुए राजापुर और फिर चित्रकूट पहुंचेगा। इस पूरे प्रोजेक्ट को दो चरणों में बांटा गया है। पहले चरण में 54.50 किमी और दूसरे चरण में 46.80 किमी मार्ग का निर्माण होगा। परियोजना के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 452 करोड़ रुपये का अनुमोदन दिया गया है।
यहां बनाए जाएंगे पुल
गोड़े से लेकर सुखपाल नगर तक बाईपास पर चमरौधा नदी और सई नदी पर दो पुल बनाए जाएंगे। इसी प्रकार श्रृंगवेरपुर धाम स्थित गंगा नदी पर एक किमी लंबा पुल बनेगा। लालगोपालगंज और मंसूराबाद के पास आरओबी का भी निर्माण कराया जाएगा। राजापुर के निकट महेवा घाट पर यमुना नदी पर लगभग 600 मीटर लंबे पुल का निर्माण होगा।
मार्ग निर्माण होने से बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन
राम वन गमन मार्ग के निर्माण के बाद श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक पर्यटन का महत्व काफी बढ़ जाएगा। चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी तो होगी ही, श्रृंगवेरपुर धाम में भी पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। कुंभ में भी इसका भरपूर लाभ मिलेगा।
बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
102 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के निर्माण के बाद रोजगार के भी साधन बढ़ेंगे। पर्यटकों की संख्या बढऩे की वजह से लोगों को रोजगार भी मिलेगा। साथ ही इस मार्ग से कुछ दूरी तक दुकानें भी खोली जाएंगी, जिसमें होटल, ढाबे समेत तमाम ऐसी दुकानें रहेंगी, जिससे लोगों को फायदा होगा।