UPPSC Exam 2020 : कोविड-19 की वजह से PCS 2019 मेंस सहित दो परीक्षाओं की तारीख आगे बढ़ी
यूपीपीएससी अब पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा 22 सितंबर से कराया जाएगा। इसी तरह एसीएफ-आरएफओ 2019 की मुख्य परीक्षा भी अब 15 अक्टूबर से होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा की तारीख आगे बढ़ा दी है। अब यह इम्तिहान 22 सितंबर से कराया जाएगा। इसी तरह एसीएफ-आरएफओ 2019 की मुख्य परीक्षा भी टाल दी गई है, यह परीक्षा अब 15 अक्टूबर से होगी। यूपीपीएससी ने यह कदम कोविड-19 के तहत सप्ताह में दो दिन लॉकडाउन होने की वजह से उठाया है।
यूपीपीएससी ने राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा (सामान्य व विशेष चयन) यानी पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा 25 अगस्त से कराने का कार्यक्रम घोषित किया था। इधर शासन ने कोरोना संक्रमण को देखते प्रभावी रोकथाम के लिए सप्ताह में दो दिन शनिवार व रविवार को लॉकडाउन जारी रखा है। इसे देखते पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा 22 सितंबर से कराने का निर्णय लिया गया है।
परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि 15 जून को ही घोषित परीक्षा कैलेंडर में सहायक वन संरक्षक व क्षेत्रीय वन अधिकारी (एसीएफ-आरएफओ) 2019 की मुख्य परीक्षा 19 सितंबर से होना प्रस्तावित थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण इसकी तारीख बढ़ाकर अब 15 अक्टूबर कर दी गई है। दोनों परीक्षाओं का विस्तृत कार्यक्रम जल्द घोषित किया जाएगा। अभ्यर्थी इसके लिए आयोग की वेबसाइट देखते रहे।
पीसीएस 2018 का परिणाम भी परीक्षा टालने की अहम वजह : यूपीपीएससी इन दिनों पीसीएस 2018 की लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार करा रहा है। उसकी तैयारी थी कि अंतिम परिणाम आने के बाद पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा कराई जाए। इसी को ध्यान में रखकर इंटरव्यू का कार्यक्रम घोषित हुआ। उसी के बाद शासन ने सप्ताह में दो दिन लॉकडाउन का आदेश दिया, इससे साक्षात्कार कार्यक्रम आगे बढ़ाना पड़ा। ज्ञात हो कि पहले 15 अगस्त के आसपास पीसीएस 2018 का अंतिम परिणाम आने की उम्मीद थी लेकिन, अब यह अगस्त माह के अंत तक आने के आसार हैं। इसीलिए पीसीएस 2019 मेंस परीक्षा आगे बढ़ा दी गई है, ताकि सफल अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा न दें और नए लोगों को अवसर मिल सके।
खंड शिक्षाधिकारी परीक्षा टलना भी तय : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग खंड शिक्षाधिकारी की परीक्षा 16 अगस्त को प्रस्तावित है। संयोग से इस दिन रविवार है। ऐसे में परीक्षा टलना लगभग तय है। अभ्यर्थियों में चर्चा है कि आयोग इसका कभी भी एलान कर सकता है।