प्रतापगढ़ में चिकित्सक की पिटाई के मामले में दारोगा व एसओ निलंबित
डॉक्टर सुशील का आरोप है कि उन्हें देखते ही एसओ वीरेंद्र मिश्र व दारोगा विनोद सिंह गाली गलौच करते हुए मारने-पीटने लगे। एक कमरे में बंद करके एसओ दारोगा ने लाठियों से पीटा।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में जमीन के विवाद को लेकर पांच दिन पूर्व थाने गए चिकित्सक की पिटाई के मामले में आरोपित दारोगा व संग्राम गढ़ एसओ वीरेंद्र मिश्र को एसपी ने निलंबित कर दिया है। नवाबगंज एसओ रहे आशुतोष त्रिपाठी को संग्रामगढ़ का एसओ बनाया गया है।
जमीन के विवाद की शिकायत लेकर डॉक्टर गए थे थाने
संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुभकी गांव निवासी सुशील कुमार सरोज पुत्र स्वर्गीय राम अभिलाष चिकित्सक हैं। इस समय वह बाराबंकी जिले के सीएचसी टेरा जैदपुर में प्रभारी चिकित्साधिकारी पद पर तैनात हैं। सुशील का कहना है कि राजस्व कर्मियों से पैमाइश कराने के बाद वह अपनी जमीन पर 23 जुलाई को मकान का निर्माण करा रहे थे। विपक्षी की शिकायत पर पुलिस ने निर्माण कार्य बंद करा दिया था। इस पर वह 23 जुलाई को रात करीब साढ़े आठ बजे संग्रामगढ़ थाने में एसओ से मिलने गए थे।
एक कमरे में बंद कर की थी डॉक्टर की पिटाई
सुशील का आरोप है कि उन्हें देखते ही एसओ वीरेंद्र मिश्र व दारोगा विनोद सिंह गाली गलौच करते हुए मारने-पीटने लगे। एक कमरे में बंद करके एसओ, दारोगा व पुलिस कर्मियों ने तब तक लाठियों से पीटा, जब तक वह बेहोश नहीं हो गए। होश आने पर उन्होंने खुद को सीएचसी संग्रामगढ़ में पाया था। इस मामले में चिकित्सक सुशील कुमार सरोज 25 जुलाई को दोपहर एसपी से मिले थे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
सीओ लालगंज की जांच रिपोर्ट कार्रवाई
एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ लालगंज को सौंप दी थी। एएसपी पश्चिमी ने भी थाने पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल की थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद एसपी ने संग्रामगढ़ एसओ वीरेंद्र मिश्र व दारोगा विनोद सिंह को निलंबित कर दिया। नवाबगंज एसओ रहे आशुतोष त्रिपाठी को संग्रामगढ़ एसओ और आइजीआरएस प्रभारी अखिलेश प्रताप सिंह को नवाबगंज एसओ बनाया गया है।