Move to Jagran APP

कान्वेंट स्कूल बेच रहे डेढ़ गुना अधिक दामों पर कॉपी-किताबें Prayagraj News

जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा का कहना है कि कोई भी स्कूल कॉपी-किताबें नहीं बेच सकता है। यह नियम विरुद्ध है। इसकी जांच कराकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 10:06 AM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 10:06 AM (IST)
कान्वेंट स्कूल बेच रहे डेढ़ गुना अधिक दामों पर कॉपी-किताबें Prayagraj News
कान्वेंट स्कूल बेच रहे डेढ़ गुना अधिक दामों पर कॉपी-किताबें Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। तमाम कान्वेंट स्कूल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। शासन के निर्देश पर स्कूल प्रबंधन इस बार फीस नहीं बढ़ा पाए तो दूसरी ओर से इसकी भरपाई करने पर अमादा हैं। कुछ स्कूल अभिभावकों को कॉपी-किताबें खरीदने के लिए अपने यहां बुला कर डेढ़ गुना दामों पर उसे बेच रहे हैं। इसी तरह का गोरखधंधा झूंसी क्षेत्र के एक स्कूल में भी चल रहा है।

loksabha election banner

कॉपी-किताबें बेचने का शेड्यूल बहुत सख्त

स्कूल ने सीनियर क्लास के विद्यार्थियों के लिए कापी-किताबें वितरण का शेड्यूल सुबह 8.30 से दोपहर 12.30 बजे तक निर्धारित किया है। अभिभावकों को भेजे गए संदेश में यह भी हिदायत दी गई है कि कॉपी-किताबें बेचने का शेड्यूल बहुत सख्त है। कॉपी-किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को मॉस्क लगाकर और साथ में कैरीबैग लेकर आने के अलावा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है। कोई अभिभावक मॉस्क लगाकर नहीं आएगा तो उसे प्रवेश नहीं मिलेगा।

स्‍कूलों में कॉपी और किताब बेचना नियम विरुद्ध

एक अभिभावक ने बताया कि पिछले वर्ष कक्षा छह की किताबें करीब 2700-2800 रुपये थी, जो इस बार करीब डेढ़ गुना तक बढ़ गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा का कहना है कि कोई भी स्कूल कॉपी-किताबें नहीं बेच सकता है। यह नियम विरुद्ध है। इसकी जांच कराकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बच्‍चे के नाम कटने के डर से अभिभावक नहीं करते हैं शिकायत

माता-पिता अधिकारियों से शिकायत इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें बच्चों के नाम कटने अथवा नतीजे खराब होने का डर रहता है। इसलिए चुपचाप अधिक दाम पर स्‍कूलों से ही कॉपी और किताब खरीदने को वे मजबूर रहते हैं।

कक्षावार    रेट

कक्षा छह- 4478

कक्षा सात- 4573

कक्षा आठ -4706


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.