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प्रयागराज यूपी के टॉप टेन में शामिल, मनरेगा में श्रमिकों को रिकार्ड काम देने पर उपलब्धि Prayagraj News

प्रयागराज में मनरेगा के तहत एक दिन में रिकार्ड 60 हजार श्रमिकों को काम मिला। इससे मनरेगा से काम देने वाले यूपी के टॉप टेन शहरों में प्रयागराज शामिल हो गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 02:10 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 02:13 PM (IST)
प्रयागराज यूपी के टॉप टेन में शामिल, मनरेगा में श्रमिकों को रिकार्ड काम देने पर उपलब्धि Prayagraj News
प्रयागराज यूपी के टॉप टेन में शामिल, मनरेगा में श्रमिकों को रिकार्ड काम देने पर उपलब्धि Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान गांवों में पहुंचे प्रवासी कामगारों के साथ स्थानीय लोगों को काम देने में मनरेगा महत्वपूर्ण भूमिका में है। जिले में 2008-09 से शुरू हुए मनरेगा के तहत कभी भी एक दिन में 19 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार नहीं मिला था। लॉकडाउन में इसे पीछे छोड़ते हुए एक दिन में 60 हजार कार्य दिवस रोजगार सृजित कर 1608 गांवों में काम चल रहा है। इसके चलते प्रयागराज मनरेगा के तहत काम देने में 10वें स्थान पर आ गया है। पहले यह जिला प्रदेश की टॉपटेन की सूची से बाहर था। 

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कोरोना संकट काल में मनरेगा ग्रामीणों के लिए वरदान बना

कोरोना वायरस के संकट काल में मनरेगा गांव के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। पहले जिस तरह से मनरेगा को लेकर शिकायतें आ रही थीं, अब इस महामारी के दौरान इस योजना ने सभी शिकायतों को पीछे छोड़ दिया है। लॉकडाउन में जहां काम का टोटा है वहीं इस योजना के तहत गांव में ही काम के अवसर प्रदान किए जा रहे हैैं। सबसे ज्यादा यमुनापार के कोरांव, मेजा, बारा और करछना इलाके में काम हो रहा है। हंडिया, सोरांव और फूलपुर में भी इस योजना के तहत कार्य कराए जा रहे हैैं।

खास बातें

- 11 हजार नए जॉबकार्ड बनाए गए हैैं लॉकडाउन के दौरान

- 02 लाख 10 हजार सक्रिय जॉबकार्ड धारक हैैं जिले में

- 30 हजार से ज्यादा काम चल रहे हैैं जिले के 1608 गांवों में

- 08 करोड़ रुपये के करीब लॉकडाउन के दौरान हुआ भुगतान।

बारिश की बूंदे सहेजने को बड़ा कदम

मनरेगा के तहत बारिश की बूंदे सहेजने को बड़ा कदम उठाया जा रहा है। जल संरक्षण के लिए हर गांव में तालाब खोदाई और नाली सिंचाई के साथ ही पौधरोपण के लिए गड्ढों की खोदाई का काम चल रहा है। तालाबों में पानी इकट्ठा होगा तो जलस्तर मेंटेन होगा और फिर सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होगी। जल्द ही नाली-सोलिंग और अन्य काम भी शुरू होंगे।

हॉट स्पॉट वाले इलाके में काम नहीं

जिन गांवों में कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैैं उन गांवों को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है, वहां काम रोक दिया गया है। ऐसा कोरोना का संक्रमण न फैले इसलिए किया गया है। अलबत्ता वहां अन्य योजनाओं के तहत लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। जिन गांवों में काम चल रहा है, वहां फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन कराया जा रहा है। मास्क अथवा गमछा आवश्यक कर दिया गया है।

प्रवासी कामगारों के बनाए जा रहे कार्ड

बाहर से आए प्रवासी कामगारों के भी जॉब कार्ड बनाए जा रहे हैैं। इसके लिए गांव के रोजगार सेवक और ग्राम पंचायत अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। जॉब कार्ड बनवाने में किसी प्रकार की दिक्कत होने पर मनरेगा उपायुक्त से संपर्क किया जा सकता है। हां, जो बाहर से आए हैैं उन्हें पहले 21 दिन होम क्वारंटाइन होना पड़ेगा, उसके बाद ही काम मिल सकेगा। 

मनरेगा के उपायुक्त कपिल कुमार ने कहा

मनरेगा के उपायुक्त कपिल कुमार कहते हैं कि मनरेगा के तहत जिले के 16 सौ से ज्यादा गांवों में काम शुरू करा दिया गया है। इसमें काम करने वालों को हर हफ्ते भुगतान भी समय पर कराया जा रहा है। काम की गुणवत्ता पर भी जोर दिया जा रहा है।


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