Move to Jagran APP

अक्षयवट के नीचे होगी मोरारी बापू की व्यास पीठ Prayagraj News

अरैल में श्रीराम कथा मोरारी बापू सुनाएंगे। यह आयोजन आठ मार्च तक होगा। कथा सुनने के लिए मोरारी बापू के वे अनुयायी भी आएंगे जो भारत में जगह-जगह और विदेश में रहते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 06:16 PM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 06:16 PM (IST)
अक्षयवट के नीचे होगी मोरारी बापू की व्यास पीठ Prayagraj News
अक्षयवट के नीचे होगी मोरारी बापू की व्यास पीठ Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। अरैल घाट पर 29 फरवरी से होने वाली श्रीराम कथा के लिए आयोजन स्थल पर मुख्य पंडाल आकार लेने लगा है। इसकी बनावट और मुख्य मंच की साज सज्जा कुछ ऐसी की जा रही है कि कथा सुनने आए लोगों को यह लगे कि वे अक्षयवट के समीप ही बैठे हैं। श्रीराम कथा की थीम अक्षयवट रखी गई है। मंच को भी वैसा ही स्वरूप दिया जा रहा है। मंच के पीछे 120 फिट की दीवार ऐसी बनाई जा रही है कि जिससे वह इलाहाबाद किले की दीवार लगे। जबकि व्यास पीठ के समीप ही अक्षयवट का प्रतिरूप एक पेड़ भी बनाया जाएगा।

loksabha election banner

अरैल में रामकथा सुनाएंगे मोरारी बापू

अरैल में श्रीराम कथा मोरारी बापू सुनाएंगे। यह आयोजन आठ मार्च तक होगा। कथा सुनने के लिए मोरारी बापू के वे अनुयायी भी आएंगे जो भारत में जगह-जगह और विदेश में रहते हैं। व्यवस्थाओं की तैयारी में जुटे संत कृपा सनातन संस्थान के मीडिया प्रभारी नितिन आमेटा ने बताया कि व्यास पीठ की छटा अद्भुत होगी। व्यास पीठ का निर्माण इंदौर के कलाकार अजय मलंकार और उनके दल के लोग कर रहे हैं। व्यास पीठ वाले मंच के पीछे की दीवार को इलाहाबाद किले की दीवार का स्वरूप दिया जा रहा है और मोरारी बापू जहां बैठेंगे उसके समीप अक्षयवट का ऐसा प्रतिरूप बनाया जाएगा जिससे प्रतीत हो कि बापू पेड़ के नीचे ही बैठे हैं। बताया कि पंडाल जर्मन तकनीक से बनाया जा रहा है। अब तक करीब 70 फीसद तैयारी हो चुकी है।

जलमार्ग से भी आएंगे श्रोता

मोरारी बापू की कथा सुनने के लिए बाहर से आने वाले अतिथियों को विशेष परिस्थिति में जल मार्ग से भी लाया जाएगा। इसके लिए कुछ बड़े स्टीमर की व्यवस्था रखी जाएगी ताकि सड़क पर कहीं जाम की स्थिति हो तो लोगों को संगम के रास्ते कथा स्थल तक पहुंचाया जा सके।

निशुल्क बसें भी चलेंगी

मोरारी बापू की श्रीराम कथा के दौरान संत कृपा सनातन संस्थान ने शहर में बसें भी निशुल्क चलवाने की तैयारी की है। नितिन आमेटा ने बताया कि अधिक से अधिक लोग कथा श्रवण कर सकें इसलिए निशुल्क बस संचालन भी होगा। जिससे कि उन बसों से लोग कथा स्थल तक पहुंच सकें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.