राम मंदिर निर्माण में नॉन रेजिडेंट इंडियन भी करें मदद Prayagraj News
एनआरआइ यानी अप्रवासी भारतीय अमेरिका लंदन कुवैत ईरान आस्ट्रेलिया जर्मनी रूस सहित अन्य देशों में भी रह रहे हैं। इनमें उनके अपने शिष्य हैं तो अन्य धर्माचार्यों के शिष्य भी हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने विदेश में रह रहे एनआरआइ (नॉन रेजिडेंट इंडियन) से आह्वान किया है कि वे भी अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण में मदद के लिए तैयार रहें। क्योंकि यह मंदिर देश के करोड़ों हिंदुओं और सभी धर्माचार्यों के शिष्य एनआरआइ के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण होगा। इसलिए भारत की सनातन परंपरा में जिनकी भी आस्था है वे मदद करें। उन्होंने यह भी कहा है कि ट्रस्ट में कोई विवाद नहीं है, इस पर अब राजनीति न ही हो तो अच्छा है। सभी का लक्ष्य सिर्फ एक हो कि श्रीराम मंदिर जल्द बने।
महंत नरेंद्र गिरी के लगभग दो सौ शिष्य हैं एनआरआइ
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने यह बातें दैनिक जागरण से कहीं। उन्होंने कहा कि एनआरआइ यानी अप्रवासी भारतीय अमेरिका, लंदन, कुवैत, ईरान, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, रूस सहित अन्य देशों में भी रह रहे हैं। इनमें उनके अपने शिष्य हैं तो अन्य धर्माचार्यों के शिष्य भी हैं। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि उनके अपने शिष्य एनआरआइ की संख्या करीब 200 है।
महंत नृत्य गोपाल दास का होना जरूरी
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को भी ट्रस्ट में शामिल किया जाना उचित होगा। क्योंकि उन्होंने श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन में बहुत काम किया है। उनकी अपनी भूमिका पूछने पर महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण में जो भूमिका संतों की होगी वही उनकी भी रहेगी। सभी का लक्ष्य सिर्फ एक ही होना चाहिए कि मंदिर भव्य बने। सनातन धर्म भी यही कहता है।