दो साल में पूरी नहीं हो सकी 20 करोड़ मुआवजा घोटाले की जांच Prayagraj News
सिविल इंक्लेव परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण में मुआवजे में घोटाला हुआ था। 20 करोड़ के घोटाले की जांच दो वर्ष बाद भी नहीं पूरी हो सकी है।
प्रयागराज, जेएनएन। सिविल इंक्लेव परियोजना के लिए अधिग्रहीत की गई जमीन के मुआवजे में हुए घोटाले की जांच अभी पूरी नहीं हो सकी है। लगभग दो साल से इसकी फाइल लटकी पड़ी है। तकरीबन 20 करोड़ रुपये के मुआवजा राशि में हेरफेर किया गया है।
बमरौली में दो साल पहले अधिग्रहीत की गई जमीन के फर्जी मुआवजा का मामला
बमरौली में सिविल इंक्लेव परियोजना के निर्माण के लिए लगभग दो साल पहले अधिग्रहीत की गई जमीन में फर्जी तरीके से कुछ लोगों ने लगभग 20 करोड़ रुपये का मुआवजा लेखपालों, तहसीलदार व अन्य अफसरों की मिलीभगत से ले लिया था। इस मामले में मो. तौफीक व अन्य लोगों ने शिकायत की, जिस पर जांच बैठाई गई। पहले तहसीलदार और फिर एसडीएम ने इसकी जांच की थी। अब मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट कर रहे हैं। बताते हैं कि इस मामले में आठ अधिकारी, कर्मचारी और लेखपाल फंस सकते हैं, जिसकी वजह से जांच में देरी हो रही है। मामले में पहले से ही अनियमितता की शिकायतें हुई थीं। किसानों ने आंदोलन भी किया था मगर उन्हें आश्वासन देकर आंदोलन को समाप्त करा दिया गया था। बाद में कई तरह से घोटाले सामने आए।
इस पर भी डालें एक नजर
20 करोड़ रुपये मुआवजा राशि फर्जीवाड़ा कर हड़प ली गई
215 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण के मुआवजा को दिए गए
08 प्रशासनिक अफसर, लेखपाल व कर्मचारी की गर्दन फंसी
03 अधिकारी कर चुके हैं मामले की जांच, अभी तक कार्रवाई नहीं
289 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं सिविल इन्क्लेव प्रोजेक्ट में
160 करोड़ रुपये से सिविल एयरपोर्ट का भवन बनाया गया
बोले सिटी मजिस्ट्रेट
सिटी मजिस्ट्रेट रजनीश मिश्र कहते हैं किमुआवजे की राशि में हेराफेरी के मामले की जांच चल रही है। हाल ही में सदर तहसील के एसडीएम और तहसीलदार को नोटिस भी भेजा गया है। उनका जवाब आते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एक साल में ही बन गया एयरपोर्ट
सिविल एयरपोर्ट लगभग एक साल में तैयार हो गया। इसका काम काफी तेजी से हुआ। शुरू में इस एयरपोर्ट से 14 शहरों के लिए उड़ान की सुविधा मिल रही थी। जिसमें अब कई शहरों के लिए उड़ान बंद हो गई। कुंभ में इस एयरपोर्ट से श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत मिली थी। अब भी शहर के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।