पीडीए ने अगर ऐसा किया तो चौक में वाहन खड़ा करने में होगी सहूलियत Prayagraj News
चौक घंटाघर जैसे व्यस्ततम बाजार में न जाम की समस्या रहेगी और न ही वाहन पार्किग की असुविधा। पीडीए ने योजना बनाई है। व्यावसायिक केंद्र की दुकानों के शटर अंदर खुलेंगे।
प्रयागराज, [विजय सक्सेना]। चौक जैसे घनी आबादी और व्यस्त बाजार वाले इलाके में पार्किंग का गंभीर संकट है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण बड़ी योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए चौक के प्रतिष्ठित मार्केट घंटाघर व्यावसायिक केंद्र के भूतल की दुकानों के मुख्य सड़क की ओर खुलने वाले शटर बंद किए जाएंगे। इसके लिए पीडीए दुकानदारों को जल्द नोटिस जारी करेगा।
घने इलाकों में अतिक्रमण से मिलेगी राहत
पीडीए ने करीब 39 वर्ष पहले 1980 में घंटाघर चौराहा के पास व्यावसायिक केंद्र का निर्माण कराया। इस चार मंजिला बिल्डिंग में कुल 230 दुकानें बनाई गईं। इसमें से भूतल, प्रथम और द्वितीय तल पर 50-50 तथा तृतीय तल पर 80 दुकानें हैैं। बिल्डिंग जब बनी तो भूतल की सभी दुकानों के शटर व्यावसायिक केंद्र के अंदर खुलते थे और बाहर की तरफ ग्राहक, दुकानदारों की गाडिय़ां खड़ी होती थीं। हालांकि बाद में एक-एक कर दुकानदारों ने मुख्य सड़क की ओर शटर खोल लिए और अंदर की तरफ दीवार उठा दी। मुख्य सड़क की तरफ शटर खोलने के साथ दुकानदारों ने रोड पटरी पर अतिक्रमण भी कर लिया और दुकान का सामान रोड पटरी तक लगाने लगे। इसकी वजह से इस हिस्से में जाम की समस्या गंभीर हो गई।
सीमित समय के लिए मिली थी अनुमति
चौक व्यावसायिक केंद्र में भूतल की दुकानों के शटर मुख्य सड़क की ओर खोलने की अनुमति सीमित समय के लिए दी गई थी। व्यावसायिक केंद्र में दुकानों के आवंटन के बाद ग्राहकों की संख्या कम होने के कारण उस दौरान दुकानदारों के अनुरोध पर सक्षम अधिकारियों ने यह अनुमति दी थी। शटर बाहर की ओर खुलने से दुकानें भी चलने लगी, लेकिन यह सीमित समय अब तक पूरा नहीं हुआ।
बोले जोनल अधिकारी आलोक पांडेय
पीडीए के जोनल अधिकारी व एसडीओ आलोक पांडेय व्यावसायिक केंद्र के दुकानदारों को पूर्व में दुकानों का सीमित समय के लिए शटर मुख्य सड़क की ओर खोलने की अनुमति थी। हालांकि वर्तमान में ट्रैफिक जाम व अतिक्रमण की समस्या बढ़ गई है। दुकानदारों को जल्द ही नोटिस दी जाएगी। साथ ही अभियान चलाकर मुख्य सड़क की ओर से शटर बंद कराके लेआउट के मुताबिक अंदर की ओर खुलवाया जाएगा।