पहले थी बदहाली, एक दिन में आई खुशहाली
मुख्यमंत्री शहर में क्या आए बाढ़ पीड़ितों के लिए व्यवस्था ही बदल गई। कल तक जहां गंदगी थी पानी नहीं था वहां आज सबकुछ चकाचक मिला। नए गद्दे व चादर पर बाढ़ पीड़ित बैठते सकुचा रहे थे।
जासं, प्रयागराज : शहर में बनाए गए ज्यादातर बाढ़ राहत शिविरों का माहौल शुक्रवार को बदला-बदला सा दिखा। जिन शिविरों में पहले अव्यवस्था का बोलबाला था और इंतजाम नाकाफी थे, वहां सबकुछ चकाचक नजर आया।
सदर बाजार के कैंट हाईस्कूल में बने राहत शिविर में माहौल बदला दिखा। दुर्गध तो कहीं थी ही नहीं। गद्दे और चादर नए बिछाए गए थे। फर्श पर बनाई गई रंगोली भी अलग तरह का अहसास करा रही थी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से पोषक भोजन के स्टॉल लगाए गए थे। दवा के साथ चिकित्सक भी मुस्तैद रहे। मोबाइल टॉयलेट से लेकर पेयजल के भी बेहतर इंतजाम किए गए थे। मनोरंजन के लिए प्रोजेक्टर भी लगाया था, जिस पर दंगल फिल्म दिखाई जा रही थी। बच्चों के लिए खेल के कई सामान आ गए थे। कैरम बोर्ड, बैडमिंटन आदि की व्यवस्था की गई थी। यही नहीं पहले नाश्ते में खिचड़ी मिलती थी तो शुक्रवार सुबह जलेबी दी गई। दोपहर का भोजन काफी बेहतर था। पूरे परिसर में चूने का छिड़काव किया गया था। राहत पैकेट में ये थी सामग्री
राहत पैकेट में दो किलो भुना चना, दो किलो अरहर की दाल, आधा किलो नमक, एक-एक पाव पिसी हल्दी, पिसी मिर्च, पिसी धनिया, दस पैकेट बिस्कुट, एक लीटर रिफाइंड, एक पैकेट मोमबत्ती व माचिस की डिब्बी थी। इसके अलाव दस किलो आटा, दस किलो चावल, दस किलो आलू व पाच किलो लाई भी दी गई। खाद्यान्न के साथ ही फल भी दिया गया। राहत सामग्री पैकेट पर पीएम मोदी व सीएम योगी की फोटो भी छपी थी।