रेक्यू टीम के अलावा सुबह छह से शाम सात बजे तक नहीं चलेंगी नाव Prayagraj News
गंगा और यमुना नदियों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। एडीजी समेत तमाम अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए।
प्रयागराज, जेएनएन। गंगा और यमुना में बढ़ते जलस्तर ने भयावह स्थिति उत्पन्न कर दी है। प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य जोरों पर है। ऐसे में जिला प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए मछुआरों की नावों पर रोक लगा दी है। फरमान जारी किया गया है कि अब शाम सात बजे के बाद कोई भी नाव नहीं चलेगी। यह भी निर्देशित है कि यदि कोई ऐसा करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नाव के लिए सुबह छह से शाम सात बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए दो कंपनी फ्लड पीएसी की और मांग की गई है।
रात में केवल रेक्यू टीम ही नाव से निगरानी रखेगी
एडीजी सुजीत पांडेय, डीआइजी केपी सिंह, एसएसपी सिद्धार्थ अनिरुद्ध पंकज और एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरान किया। बक्शी बांध, दारागंज, बलुआघाट समेत कई स्थानों पर पुलिस अधिकारियों ने जायजा लिया। संगम क्षेत्र में तैनात पुलिस, पीएसी और गोताखोरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। कहा गया कि रात में केवल रेक्यू टीम ही नाव से निगरानी रखेगी। किसी तरह से दूसरी नाव चलती है तो उसे तत्काल जब्त कर लिया जाएगा। गऊघाट और बलुआघाट से शाम को छह राव जब्त भी की गई।
बोले जल पुलिस के प्रभारी
प्रभारी जल पुलिस कड़ेदीन यादव ने अधिकारियों को बताया कि नागवासुकी से संगम तक 42वीं बटालियन पीएसी, नागवासुकी से शिवकुटी तक एनडीआरएफ, शिवकुटी से धूमनगंज तक पीएसी के जवानों को मोटर बोट के साथ तैनात किया गया है। झूंसी में एसडीआरएफ को बचाव कार्य के लिए लगाया गया है।