इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस तो फुल लेकिन पिंक टॉयलेट गुल Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाली छात्राओं को पिंक टॉयलेट न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है। विभागों में छात्राओं के लिए बने शौचालयों में गंदगी है।
प्रयागराज, जेएनएन। पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्राओं के लिए पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में इविवि में पढऩे वाली छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विभागों में छात्राओं के लिए शौचालय तो बने हैं, लेकिन उनकी हालत बद से बदतर है।
कुछ विभागों में अलग से बने शौचालय में अक्सर ताला लगा रहता है
इविवि के विभिन्न संकायों में तकरीबन 15 हजार छात्राएं अध्ययनरत हैं। इन छात्राओं के लिए परिसर में एक भी पिंक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं की गई है। छात्राओं ने बताया कि कुछ विभागों में छात्राओं के लिए अलग से शौचालय तो बने हैं, लेकिन उनमें अक्सर ताला लगा रहता है। कई विभाग तो ऐसे भी हैं, जिनमें छात्राओं के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था ही नहीं है। जबकि, शैक्षणिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं के लिए अलग से शौचालय को शिक्षा के बुनियादी अधिकार से जोड़ा गया है। छात्राओं ने बताया कि उनसे फीस तो ली जाती है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी को दूर करने की दिशा में इविवि प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है।
बोलीं छात्राएं
इविवि की छात्रा मीनाक्षी श्रीवास्तव कहती हैं कि परिसर में यदि पिंक टॉयलेट बन जाएगा तो इससे छात्राओं को सहूलियत मिल सकेगी। उन्हें इससे परेशानियों का सामना नहीं करना होगा। गरिमा सिंह ने का कि केंद्रीय विवि होने के नाते पिंक टॉयलेट होना जरूरी है। साधारण शौचायल में हमेशा गंदगी रहती है। इससे बीमारियों की आशंका रहती है। वहीं अंकिता तिवारी ने कहा कि छात्राओं के लिए अलग से शौचायल तो बने हैं, लेकिन विवि प्रशासन को पिंक टॉयलेट पर भी फोकस करना चाहिए। इससे सहूलियत मिलेगी। इसी प्रकार दरक्षा बानो बोलीं कि ये तो गंभीर समस्या है। इस तरफ विवि प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। छात्राओं के लिए सार्वजनिक पिंक टॉयलेट बनने से समस्या दूर हो जाएगी।
बोले इविवि के डीएसडब्ल्यू, पिंक टॉयलेट के लिए प्रयास किया जाएगा
इविवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार कहते हैं कि इविवि के लगभग सभी विभागों में छात्राओं के लिए शौचालय की व्यवस्था है। पिंक टॉयलेट के लिए प्रयास किया जाएगा। इससे छात्राओं को सहूलियत मिल सकेगी।