करेंसी चेस्ट में सेंध : पूरी नहीं हो सकी नोटों की गिनती Prayagraj News
बीओबी में सवा चार करोड़ रुपये की चोरी कर ब्याज पर चलाने के मामले में आरबीआइ की टीम कंप्यूटर की हार्डडिस्क दस्तावेज लेकर लौट गई। नोटों की गिनती भी पूरी नहीं हो सकी।
प्रयागराज, जेएनएन। बैंक ऑफ इंडिया की सुलेमसराय शाखा की करेंसी चेस्ट में कई दिनों से हो रही नोटों की गिनती पूरी नहीं हो सकी है। नोटों की गिनती के आधार पर ही स्पष्ट पता चलेगा कि चोरी की गई रकम 4.25 करोड़ रुपये ही है अथवा ज्यादा। बहरहाल, चोरी की रकम बढऩे की संभावना पहले ही जताई जा चुकी है।
बीओआइ करेंसी चेस्ट अधिकारी ने 4.25 करोड़ रुपये चोरी कर ब्याज पर चलाया
बैंक शाखा के करेंसी चेस्ट अधिकारी वशिष्ठ कुमार राम ने 4.25 करोड़ रुपये चोरी करके ब्याज पर अपने कारोबारी मित्र एसके मिश्रा और उसके बेटे संजू मिश्रा को दे दिए। यह राजफाश तीन जुलाई को बैंक की आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट में हुआ। मामले में आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के बाद सोमवार से विभागीय टीमें जांच में जुट गईं। बुधवार को कानपुर से आरबीआइ की टीम भी जांच के लिए आई थी। दो सदस्यीय टीम कंप्यूटर की हार्डडिस्क, सीसीटीवी फुटेज और अन्य उपलब्ध जरूरी दस्तावेज लेकर वापस हो गई। फिलहाल जांच के लिए कोई अन्य टीम बैंक नहीं पहुंची, लेकिन करेंसी चेस्ट में नोटों की गिनती का सिलसिला चलता रहा। चेस्ट के नए इंचार्ज के नेतृत्व में कर्मचारियों द्वारा मैन्युअली नोटों की गिनती की जाती रही।
आरोपितों का खाता संख्या भी नहीं मालूम किया जा सका
इस घपले का राजफाश हुए एक सप्ताह हो गया, लेकिन बैंक अफसर अब तक ब्याज पर रकम लेने वाले आरोपितों का खाता संख्या भी नहीं मालूम कर सके कि बैंक में उनके खाते हैं कि नहीं। अफसर कहते हैं कि जब तक आरोपितों के खाता नंबर का पता नहीं चलेगा, तब तक यह मालूम कर पाना मुश्किल है कि इस बैंक में उनके खाते हैं अथवा नहीं। बता दें कि मुंबई मुख्यालय और लखनऊ की टीमें भी इस मामले की जांच कर चुकी हैं।