सोने पर आयात शुल्क में वृद्धि का कारोबारियों ने किया विरोध Prayagraj News
कारोबारियों ने कहा कि तस्करी के जरिए आने वाले सोने पर सरकार को न आयात शुल्क और न ही वस्तु एवं सेवाकर मिलता है। इससे राजस्व की हानि होती है।
प्रयागराज, जेएनएन: सराफा कारोबारियों की बैठक सिविल लाइंस में हुई। अध्यक्षता करते हुए इलाहाबाद सराफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष कुलदीप सोनी ने सोने पर आयात शुल्क में वृद्धि का विरोध किया।
मंडल अध्यक्ष कुलदीप सोनी ने कहा कि इससे सोने की तस्करी को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए सरकार को चाहिए कि आयात शुल्क को घटाकर चार से पांच फीसद तक लाएं। कारोबारियों ने कहा कि तस्करी के जरिए आने वाले सोने पर सरकार को न आयात शुल्क और न ही वस्तु एवं सेवाकर मिलता है। इससे राजस्व की हानि होती है। आयात शुल्क में वृद्धि से सरकार का कोई मुनाफा नहीं होने वाला है। इससे सरकार को घाटा ही होना है। इसके विपरीत कारोबारियों की परेशानी जरूर अधिक होगी। दावा किया गया कि देश में प्रतिवर्ष करीब 200 से 250 टन सोना तस्करी के जरिए आता है। इतने सोने की कीमत करीब 80 हजार करोड़ रुपये होती है। ऐसे में 15.5 फीसद की दर से करीब 12400 करोड़ रुपये राजस्व की क्षति सरकार को होती है। बैठक में राकेश चड्ढा, देवेंद्र सिंह, राहुल, महेंद्र, हर्ष टंडन आदि शामिल रहे। कारोबारियों ने कहा कि सरकार को इस फैसले को वापस लेना चाहिए। इससे न तो सरकार फायदा है और न ही कारोबारियों का ही। लिहाजा सरकार को इस मसले तुरंत आयात शुल्क में वृद्धि का फैसला वापस लेना होगा।