शिक्षा के साथ संस्कार भी बच्चों के लिए अहम Prayagraj News
बच्चों में शिक्षा के साथ नैतिकता का भी होना महत्वपूर्ण है। बिना संस्कार के शिक्षा अधूरी है। संस्कार हीन व्यक्ति कभी समाज में सम्मान नहीं पा सकता है।
By Edited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 06:50 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 06:50 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। राजापुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी और शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी ने विद्यार्थियों के बीच यूनिफार्म, जूते मोजे और पुस्तकों का वितरण किया। इस दौरान विद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया गया।
महापौर ने बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए वहां मौजूद अभिभावकों से आहवान किया कि वे अपनी बेटियों को स्कूल जरूर भेजें। बेटियां से ही घर संवरता है। उनका पढ़ा लिखा होना बहुत जरूरी है। महापौर ने 100 पौधे दान करने की घोषणा की।
विधायक हर्षवर्धन ने हर बच्चे को शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार भी लाना अहम है। क्योंकि संस्कार ही हमें एक अच्छा व्यक्ति बनाता है। यही संस्कार हमें हमारे जीवन में आगे बढ़ने में हमेशा मदद करते हैं। यह शिक्षकों से ज्यादा अभिभावकों की जिम्मेदारी है, क्योंकि स्कूल से ज्यादा बच्चे घर पर रहते हैं। पढ़ाई के साथ बच्चों में अच्छे संस्कार का होना जरूरी है। बिना संस्कार के पढ़ाई भी अधूरी समझी जाती है। राजापुर प्राथमिक पाठशाला को अंग्रेजी माध्यम के लिए चुने जाने पर खुशी जताते हुए जल्द ही स्कूल को वाटर कूलर मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
खंड शिक्षा अधिकारी (नगर) ज्योति शुक्ला ने कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों और अभिभावकों को विभाग की कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी। शिक्षकों को निर्देश दिया कि कोई विद्यार्थी 2-3 दिन लगातार स्कूल नहीं आए तो उसके घर पर जाकर पता लगाएं। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी पूनम मिश्रा, पार्षद निक्की, शिक्षक अमन, अंशु, अनुरागिनी, कोमलांगिनी मौजूद रहे।
महापौर ने बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए वहां मौजूद अभिभावकों से आहवान किया कि वे अपनी बेटियों को स्कूल जरूर भेजें। बेटियां से ही घर संवरता है। उनका पढ़ा लिखा होना बहुत जरूरी है। महापौर ने 100 पौधे दान करने की घोषणा की।
विधायक हर्षवर्धन ने हर बच्चे को शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार भी लाना अहम है। क्योंकि संस्कार ही हमें एक अच्छा व्यक्ति बनाता है। यही संस्कार हमें हमारे जीवन में आगे बढ़ने में हमेशा मदद करते हैं। यह शिक्षकों से ज्यादा अभिभावकों की जिम्मेदारी है, क्योंकि स्कूल से ज्यादा बच्चे घर पर रहते हैं। पढ़ाई के साथ बच्चों में अच्छे संस्कार का होना जरूरी है। बिना संस्कार के पढ़ाई भी अधूरी समझी जाती है। राजापुर प्राथमिक पाठशाला को अंग्रेजी माध्यम के लिए चुने जाने पर खुशी जताते हुए जल्द ही स्कूल को वाटर कूलर मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
खंड शिक्षा अधिकारी (नगर) ज्योति शुक्ला ने कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों और अभिभावकों को विभाग की कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी। शिक्षकों को निर्देश दिया कि कोई विद्यार्थी 2-3 दिन लगातार स्कूल नहीं आए तो उसके घर पर जाकर पता लगाएं। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी पूनम मिश्रा, पार्षद निक्की, शिक्षक अमन, अंशु, अनुरागिनी, कोमलांगिनी मौजूद रहे।
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