वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राम निहोर का निधन
सुबह करीब साढ़े नौ बजे अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह अचेत हो गए। आननफानन में परिजन उन्हें सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रयागराज : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद 82 वर्षीय राम निहोर राकेश का बुधवार सुबह निधन हो गया। वह चायल संसदीय क्षेत्र से तीन बार लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए थे। वर्तमान में चायल कौशांबी लोकसभा क्षेत्र में आती है।
सिविल लाइंस में कूपर रोड स्थित आवास पर नाश्ता करने के बाद बुधवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह अचेत हो गए। आननफानन में परिजन उन्हें सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत से परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। बुधवार शाम चार बजे उनका अंतिम संस्कार रसूलाबाद घाट पर किया गया। उनके चार पुत्र राजेश, अखिलेश, विमलेश और रितेश हैं। सबसे छोटे पुत्र रितेश ने उन्हें मुखाग्नि दी। राम निहोर पहली बार 1977 में भारतीय लोकदल के टिकट पर चुनाव जीते थे। इसके बाद 1980 और 1989 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में विजय का परचम लहराया था। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य शेखर बहुगुणा ने बताया कि राम निहोर पहले वकालत के पेशे में थे। शेखर के पिता उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा ही उनके राजनीतिक गुरु थे। हेमवती नंदन बहुगुणा ही उन्हें राजनीति में लेकर आए। उनकी बेटी अर्चना सरोज भदोही से विधायक और बेटे विमलेश की पत्नी राबट्र्सगंज से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। बेटी अर्चना का निधन हो चुका है। उनके निधन का समाचार सुनकर कई दलों के नेता और करीबी उनके आवास पर पहुंचे और शोक संवेदना प्रकट की।
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