विद्यालयों में अवकाश से टीसी मिलने में हो रही दिक्कत
भीषण गर्मी और लू के मद्देनजर 13 मई से सभी विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया गया। हालांकि डीआइओएस के आदेश में यह स्पष्ट नहीं था कि सत्र कब तक माना जाएगा।
प्रयागराज: भीषण गर्मी के कारण इस बार 13 मई (सोमवार) से विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश घोषित हो गया है। सत्र समापन के एक सप्ताह पहले गर्मी की छुट्टी होने से विद्यालयों में शिक्षक और लिपिकीय स्टॉफ भी नहीं आ रहे हैं। इससे माध्यमिक विद्यालयों से विद्यार्थियों को ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) नहीं मिल रहा है। ऐसे में उनका दूसरे स्कूल में दाखिला नहीं हो पा रहा है।
नया शैक्षिक सत्र एक अप्रैल को शुरू हुआ और 20 मई को खत्म होना था। इसके बाद गर्मी की छुट्टी होती। लेकिन इस बार भीषण गर्मी और लू के मद्देनजर 13 मई से सभी विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया गया। हालांकि, डीआइओएस के आदेश में यह स्पष्ट नहीं था कि सत्र कब तक माना जाएगा। इससे तमाम विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और शिक्षक असमंजस में हैं। शिक्षक और अन्य स्टॉफ छुट्टी के कारण विद्यालय नहीं आ रहे हैं। दाखिले के लिए छात्र और अभिभावक विद्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन शिक्षकों के न होने से प्रवेश नहीं हो पा रहे हैं। इसी प्रकार इंटरमीडिएट और हाईस्कूल पास विद्यार्थियों की टीसी नहीं मिल पा रही है। इंटरमीडिएट पास जिन विद्यार्थियों को कहीं अन्यत्र प्रवेश अथवा नौकरी में टीसी की जरूरत है। उन्हें मुश्किलें हो रही हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि सत्र 20 मई तक ही माना जाएगा। आखिरी दिन शिक्षक विद्यालय जाकर रजिस्टर का सभी कोरम पूरा करेंगे। बच्चों की छुट्टी कर दी गई तो शिक्षकों के लिए अलग से आदेश जारी नहीं किया गया।
कार्य दिवस पूरा होने पर भी संशय:
कुछ प्रधानाचार्य और शिक्षक एक सप्ताह पहले छुट्टी होने से कार्य दिवस पूरा होने पर भी संशय जता रहे हैं। क्योंकि इसका समायोजन कैसे होगा, उनके समझ से परे है। कहा जा रहा है कि इधर दाखिले न होने पर जुलाई में प्रवेश लेना पड़ेगा। इससे जुलाई में कक्षाएं सुचारु रूप से चलने में दिक्कतें पेश आएंगी।
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