प्रयागघाट में अनफिट कोचों की मरम्मत की व्यवस्था नहीं
गाडिय़ों के मेंटीनेंस की दिन में तो सुविधा है लेकिन रात में नहीं। जबकि टर्मिनेटिंग स्टेशन पर यह सुविधा होनी चाहिए।
प्रयागराज : प्रयागघाट स्टेशन को चालू हुए छह महीने हो गए हैं। अभी तक पिट न बन पाने के कारण यहां पर अनफिट कोचों की मरम्मत नहीं हो पा रही है। जबकि प्रयागघाट पर 17 गाडिय़ां आकर खत्म (टर्मिनेट) हो जाती हैं। गाडिय़ों के मेंटीनेंस की दिन में तो सुविधा है, लेकिन रात में नहीं। जबकि टर्मिनेटिंग स्टेशन पर यह सुविधा होनी चाहिए।
सोमवार को प्रयागघाट स्टेशन से सहारनपुर जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस के एसी कोच बी-2 में कंप्रेशर खराब होने के कारण ट्रेन तीन घंटे लेट हो गई थी। आक्रोशित यात्रियों ने प्रयागघाट और प्रयाग जंक्शन पर हंगामा किया था। ट्रेन इसलिए ज्यादा लेट हुई थी, क्योंकि यहां पर कंप्रेशर को ठीक करने की व्यवस्था नहीं थी। बाद में दूसरा कोच लाकर ट्रेन को रवाना किया गया था। प्रयागघाट स्टेशन पर अभी तक अनफिट कोचों की मरम्मत करने के लिए पिट नहीं बन पाई है। इमरजेंसी के लिए एक एसी कोच और स्लीपर कोच की व्यवस्था रहती है, लेकिन इससे ज्यादा में दिक्कत आने पर कोई इंतजाम नहीं है। प्रयागघाट स्टेशन पर जो 17 गाडिय़ां टर्मिनेट होती हैं। उसमें दो गाडिय़ों की प्राइमरी (संपूर्ण), एक गाड़ी की सेकेंडरी (आधी), 14 गाडिय़ों की टर्मिनल (साफ-सफाई) मेंटीनेंस की व्यवस्था है। प्रयागघाट स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक एके पाठक का कहना है कि स्टेशन पर पिट बनाने का काम तेजी से चल रहा है। डेढ़ महीने में यह तैयार हो जाएगी।
जल्द लगेंगे पांच वाटर कूलर:
प्रयागघाट स्टेशन पर ठंडे पाने के लिए अभी तक वाटर कूलर न लगने पर इसको लेकर दैनिक जागरण ने समाचार प्रकाशित किया। इसका संज्ञान लेते हुए डीआरएम लखनऊ ने यहां पर पांच वाटर कूलर भेजवा दिए हैं। वाटर कूलर को लगाने के लिए स्थान चिन्हित किया जा रहा है। जल्द ही सभी प्लेटफार्म पर वाटर कूलर लग जाएंगे।
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