पांच पाठ्यक्रमों में बिना प्रवेश परीक्षा के ही मिलेगा दाखिला
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस बार पीजीएटी-2 के पांच पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा नहीं होगी। इस विषयों के लिए सीटों से कम आवेदन आए हैं।
By Edited By: Published: Mon, 06 May 2019 01:35 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 01:35 PM (IST)
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस बार पीजीएटी-2 के पांच पाठ्यक्रमों में बिना प्रवेश परीक्षा के ही अभ्यर्थियों को दाखिला मिल जाएगा। सीटों से कम आवेदन आने पर विवि प्रशासन ने इन पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा न कराने का निर्णय लिया है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिले दिए जाते हैं। प्रवेश परीक्षा मेरिट तैयार करने के लिए कराई जाती है। सबसे अधिक अंक पाने वाले को मेरिट में सबसे ऊपर स्थान मिलता है। इसी क्रम में मेरिट तैयार होती है और उसी के माध्यम से दाखिले होते हैं। पांच पाठ्यक्रमों में तय सीटों से कम आवेदन आए हैं। ऐसे में इसमें मेरिट की जरूरत ही नहीं है। क्योंकि एक सीट पर एक से कम दावेदार हैं और प्रवेश परीक्षा एक से अधिक दावेदार होने पर होती है।
जिन पांच पाठ्यक्रमों में सीटों से कम आवेदन आए हैं, उनमें एमएससी इन मेटेरियल साइंस, एमएससी इन डिजाइन एंड इनोवेशन एंड रूरल टेक्नोलॉजी, एमएससी इन बायो इन्फार्मेटिक्स, मास्टर इन डेवलपमेंट स्टडीज और मास्टर इन वुमेन स्टडीज शामिल है।
इविवि प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. मनमोहन कृष्ण ने बताया कि जिन पाठ्यक्रमों में आवेदन कम पड़े हैं, उनमें दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। बाकी बिषयों में प्रवेश के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी पड़ेगी। उसके बाद मेरिट के आधार पर ही उन्हें दाखिल दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगा हुआ है। फार्मो की जांच के बाद छात्रों को प्रवेश पत्र भेजा जाएगा। प्रवेश परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिले दिए जाते हैं। प्रवेश परीक्षा मेरिट तैयार करने के लिए कराई जाती है। सबसे अधिक अंक पाने वाले को मेरिट में सबसे ऊपर स्थान मिलता है। इसी क्रम में मेरिट तैयार होती है और उसी के माध्यम से दाखिले होते हैं। पांच पाठ्यक्रमों में तय सीटों से कम आवेदन आए हैं। ऐसे में इसमें मेरिट की जरूरत ही नहीं है। क्योंकि एक सीट पर एक से कम दावेदार हैं और प्रवेश परीक्षा एक से अधिक दावेदार होने पर होती है।
जिन पांच पाठ्यक्रमों में सीटों से कम आवेदन आए हैं, उनमें एमएससी इन मेटेरियल साइंस, एमएससी इन डिजाइन एंड इनोवेशन एंड रूरल टेक्नोलॉजी, एमएससी इन बायो इन्फार्मेटिक्स, मास्टर इन डेवलपमेंट स्टडीज और मास्टर इन वुमेन स्टडीज शामिल है।
इविवि प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. मनमोहन कृष्ण ने बताया कि जिन पाठ्यक्रमों में आवेदन कम पड़े हैं, उनमें दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। बाकी बिषयों में प्रवेश के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी पड़ेगी। उसके बाद मेरिट के आधार पर ही उन्हें दाखिल दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगा हुआ है। फार्मो की जांच के बाद छात्रों को प्रवेश पत्र भेजा जाएगा। प्रवेश परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी।
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